डॉ. मनीष पाण्डेय अभी हाल ही में भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी ने युवाओं से रोजगार ढूँढने की जगह उसेउत्पन्न करने का सुझाव दिया| यह एक तरह से राज्य के आत्मसमर्पण की स्वीकारोक्ति हो सकती है,कि वह युवाओं को समायोजित करने में स्वयं को कमजोर पा रहा है| यह …
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