प्रमुख संवाददाता लखनऊ. फिराक हिन्दुस्तानी संस्कृति की रूह के विशिष्ट शायर थे. कई भाषाओं के विद्वान भाषण कला में अद्वितीय और गद्य व पद्य दोनों में माहिर थे. उर्दू शायरी के इतिहास में उनका और उनके समय का खास अध्याय है. यह बात अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में दिल्ली विश्वविद्यालय के …
Read More »Tag Archives: रघुपति सहाय ‘फिराक
बहुत पेचीदा सियासी मिजाज है योगी के गढ़ गोरखपुर का
मल्लिका दूबे बड़ा पेचीदा सा है मिजाज हमारा, यूं ही मसरूर न होगा। जिसने जाना वो माशूक ठहरा, और जो ना जाने वो मुतनफर। सियासत में कामयाबी के तमाम नुस्खे होते हैं । कहीं धाति-धर्म की गणित लगानी पड़ती है तो कहीं सुनहरे ख्वाबों की खेती करनी पड़ती है। सियासी …
Read More »