शबाहत हुसैन विजेता एक आदमी पंडित था, एक आदमी मुसलमान था, एक आदमी सिक्ख था, एक इसाई था. चारों को एक दूसरे से बड़ी दिक्कतें थी. मगर कोई बड़ा नहीं था, कोई छोटा नहीं था. ज़रूरत पड़ने पर यह साथ बैठ जाते थे. ज़रूरत पड़ने पर झगड़ भी लेते थे. …
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अपने-अपने गांधी
अविनाश भदौरिया मोहनदास करमचन्द गांधी ये एक ऐसा नाम है जिसके विषय में जितना लिखा जाए उतना कम है। आज उनकी 150वीं सालगिरह है और देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में उन्हें याद किया जा रहा है। कई तरह के कार्यक्रम, कैंपेन और संगोष्ठियां हो रही हैं। गांधी के आदर्शों, …
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