जुबिली न्यूज ब्यूरो यूपी में फिल्मो की शूटिंग तो खूब हो रही है लेकिन पूर्वांचल के गोरखपुर में पूरी तरह बनी पहली हिंदी फीचर फिल्म “सस्पेंडेड” ने दुनिया भर के फिल्म फेस्टिवल्स में अपनी धाक जमा ली है. फिल्म के निर्देशक प्रदीप सुविज्ञ इस फिल्म को 17 जून 2022 …
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प्रदीप सुविज्ञ का कार्टून : अर्थव्यवस्था के फ़रिश्ते
प्रदीप सुविज्ञ कभी मैं ‘कार्टूनिस्ट’ हुआ करता था। रोज़ सुबह मेरे बनाये कार्टून अख़बार के प्रथम पेज पर तीन कालम में छप जाया करते थे । सिर्फ़ एक ‘ फ्रेम’ में सिमटे हुए मेरे कार्टून के पात्रों को घुटन महसूस होने लगी थी लिहाज़ा मैं ‘24 फ्रेम’ (फ़िल्म) की दुनिया …
Read More »प्रदीप सुविज्ञ का कार्टून: अंकल जी, फूल नहीं यहां रोटी गिराईये!
प्रदीप सुविज्ञ कभी मैं ‘कार्टूनिस्ट’ हुआ करता था। रोज़ सुबह मेरे बनाये कार्टून अख़बार के प्रथम पेज पर तीन कालम में छप जाया करते थे। सिर्फ़ एक ‘ फ्रेम’ में सिमटे हुए मेरे कार्टून के पात्रों को घुटन महसूस होने लगी थी लिहाज़ा मैं ‘24 फ्रेम’ (फ़िल्म) की दुनिया में …
Read More »प्रदीप सुविज्ञ का कार्टून : बोल पट्टू सीता-राम
प्रदीप सुविज्ञ कभी मैं ‘कार्टूनिस्ट’ हुआ करता था। रोज़ सुबह मेरे बनाये कार्टून अख़बार के प्रथम पेज पर तीन कालम में छप जाया करते थे । सिर्फ़ एक ‘ फ्रेम’ में सिमटे हुए मेरे कार्टून के पात्रों को घुटन महसूस होने लगी थी लिहाज़ा मैं ‘24 फ्रेम’ (फ़िल्म) की दुनिया …
Read More »प्रदीप सुविज्ञ का कार्टून : कहाँ बांधना है मास्क ?
मास्क तो दिया था मगर ये बेचारा करे क्या ? प्रदीप सुविज्ञ कभी मैं ‘कार्टूनिस्ट’ हुआ करता था। रोज़ सुबह मेरे बनाये कार्टून अख़बार के प्रथम पेज पर तीन कालम में छप जाया करते थे । सिर्फ़ एक ‘ फ्रेम’ में सिमटे हुए मेरे कार्टून के पात्रों को घुटन महसूस …
Read More »प्रदीप सुविज्ञ का कार्टून: भली करेंगे राम
प्रदीप सुविज्ञ कभी मैं ‘कार्टूनिस्ट’ हुआ करता था। रोज़ सुबह मेरे बनाये कार्टून अख़बार के प्रथम पेज पर तीन कालम में छप जाया करते थे । सिर्फ़ एक ‘ फ्रेम’ में सिमटे हुए मेरे कार्टून के पात्रों को घुटन महसूस होने लगी थी लिहाज़ा मैं ‘24 फ्रेम’ (फ़िल्म) की दुनिया …
Read More »प्रदीप सुविज्ञ का कार्टून: हे कोरोना देव
कभी मैं ‘कार्टूनिस्ट ‘ हुआ करता था। रोज़ सुबह मेरे बनाये कार्टून अख़बार के प्रथम पेज पर तीन कालम में छप जाया करते थे । सिर्फ़ एक ‘ फ्रेम ‘ में सिमटे हुए मेरे कार्टून के पात्रों को घुटन महसूस होने लगी थी लिहाज़ा मैं ‘ 24 फ्रेम ‘ (फ़िल्म) …
Read More »प्रदीप सुविज्ञ का कार्टून : इसकी कोई दवा नहीं है
प्रदीप सुविज्ञ कभी मैं ‘कार्टूनिस्ट ‘ हुआ करता था। रोज़ सुबह मेरे बनाये कार्टून अख़बार के प्रथम पेज पर तीन कालम में छप जाया करते थे । सिर्फ़ एक ‘ फ्रेम ‘ में सिमटे हुए मेरे कार्टून के पात्रों को घुटन महसूस होने लगी थी लिहाज़ा मैं ‘ 24 फ्रेम …
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