दिनेश चौधरी ‘हिंदी साहित्य 150 रुपये किलो’ के विज्ञापन देख कर रहा नहीं गया। मैंने झोला निकाला और आदतन श्रीमती जी से पूछा, ‘क्या लाना है?’ उन्होंने कहा, ‘ 2 किलो नॉवेल, 1 किलो कविता, एकाध किलो संस्मरण और 1 पाव आलोचना।’ मैंने पूछा ‘आलोचना इतनी सी?’ उन्होंने कहा, ‘तीखी …
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