नवेद शिकोह दो बच्चियों की दास्तान में ढूंढिए सिस्टम और समाज की गुत्थी डोर का सिरा रीता बहुगुणा की पोती की मौत ने खड़ा किया बड़ा सवाल ! समाज का पहला चेहरा – पटाखा क्या हो गया परमाणु बम हो गया। ढंग से त्योहार तक नहीं मना सकते। पटाखों …
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तो बिना पटाखे वाली हो सकती है ये दीवाली
जुबिली न्यूज़ डेस्क कोरोना महामारी का असर इस बार दीवाली पर भी देखने को मिलेगा। ऐसी संभावना है कि यह दीवाली पटाखा-रहित मने। दरअसल चीन के बाद दुनिया में कोरोना की सबसे ज्यादा मार झेल रहे भारत में इस बार दीवाली खुशियां नहीं बल्कि दोहरी मुसीबत लेकर आ रही है। …
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