विनीता मिश्रा हर वो चीज़ जो हमें बर्बाद कर देगी उसमें हम अपनी मर्ज़ी से ही फंसते हैं। एक एक पन्ना पलटता रहा और पन्नी की कहानी हमारी आंखों के सामने एक दुनिया रचती रही। निश्चय ही उपन्यास में पाठक को पढ़ने के लिए मजबूर करने वाले सभी तत्व मौजूद …
Read More »