यशोदा श्रीवास्तव गौतम बुद्ध चूंकि ऐसा नाम नहीं है जिसके बदौलत वोटों का जखीरा तैयार हो इसलिए भारत में इस नाम को केवल बुद्ध अनुयायी वाले देशों के लिए सुरक्षित रखा गया है। यह आलोचना नहीं है, सिर्फ एक सोच की ओर इशारा मात्र है कि हम बुद्ध की धरती …
Read More »Tag Archives: ज्ञान
अंग्रेजी में लौटने लगे हैं शिक्षा के वैदिक मूल्य
डा. रवीन्द्र अरजरिया ज्ञान के बिना जीवन पशुवत है, स्वामी विवेकानन्द का यह आदर्श वाक्य सामाजिक मर्यादाओं, अनुशासन और अनुबंधों को रेखाकित करने के लिये पर्याप्त है। समाज और सामाजिकता के मध्य मानवीयता की स्थिति वर्तमान में हिचकोलें ले रही है। संस्कार नाम की संस्था कही विलुप्त सी हो गई …
Read More »