सुरेंद्र दुबे एक जमाना था जब ये धारणा थी कि नेता सबसे सहनशील व्यक्ति होता है। उसके खिलाफ अगर कुछ अप्रिय भी आप कह दें तो नेता मुस्कुरा कर टाल जाता था, क्योंकि उसे मालूम था कि जनता जर्नादन ही उसकी भाग्य विधाता है इसलिए वह जनता को नाराज करने …
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