अभिषेक श्रीवास्तव एक होती है मुक्ति। दूसरी विमुक्ति। इन दोनों के पार है अविमुक्ति। ये सिर्फ काशी में मिलती है। इसीलिए बनारस मने काशी को अविमुक्त क्षेत्र कहा जाता है। इस अविमुक्ति का सीधा संबंध भगवान अविमुक्तेश्वर से है। अविमुक्तेश्वर महादेव शिव के गुरु हैं। राजनीतिक शब्दावली में लिबरेटेड ज़ोन …
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#CoronaDiaries : इस आदिम डर का क्या करें?
अभिषेक श्रीवास्तव इंसान के मनोभावों में भय सबसे आदिम प्रवृत्ति है। इसी भय ने हमें गढ़ा है। सदियों के विकासक्रम में इकलौता भय ही है, जो अब तक बना हुआ है। मन के गहरे तहखानों में, दीवारों से चिपटा। काई की तरह, हरा, ताज़ा, लेकिन आदिम। जब मनुष्य अपने विकासक्रम …
Read More »जुबिली मीडिया सम्मान से सम्मानित हुए देश के बड़े दिग्गज
न्यूज डेस्क लखनऊ। देश- विदेश में पढ़े जाने वाले न्यूज पोर्टल जुबिली पोस्ट ने एक वर्ष की सफलता का जश्न लखनऊ के लीनेज होटल में धूमधाम से मनाया गया। इस खास मौके पर जुबिली मीडिया ने देश के तमाम ऐसे नामचीन पत्रकारों को सम्मान से नवाजा, जिन्होंने अपने- अपने क्षेत्र …
Read More »उलटबांसी : हिन्दुस्तान में रहना है तो फादर फादर कहना है
अभिषेक श्रीवास्तव यूरेका यूरेका… गाय को माता मानने वाली करोड़ों की आबादी ने समवेत स्वर में यह नारा लगाया जब ह्यूस्टन से सियारों की हाउडी हाउडी में अनायास ही उसके बाप का पता चल गया। धन्य है यह धरा जिसे सात दशक बाद अपने पुरखों का पता मिला। नोटबंदी से …
Read More »उलटबांसी : क्या आप बच्चा चोरी से परेशान हैं?
अभिषेक श्रीवास्तव बूढ़ा पिट गया। बूढ़ी पिट गयी। जवान पिट गया। गर्भवती पिट गयी। पुलिस पिट गयी। पत्रकार पिट गया। यहां तक कि मूक, बधिर और विकलांग भी पिट गया। चौतरफा सब पिट रहे हैं जबकि किसी को नहीं पता कि बच्चा किसका चोरी हुआ और किसने चुराया। एक दृष्टान्त …
Read More »उलटबांसी : आर्थिक मंदी महाकाल का प्रसाद है
अभिषेक श्रीवास्तव बरसों बाद वामपंथियों के खुश होने का मुहूर्त आया है । किसी से भी बात करिये, पता नहीं क्यों सब मन ही मन खुश लग रहे हैं । चेहरे पर भले 370 बजा है, लेकिन दिल में अचानक एक उम्मीद जगी है । यह उम्मीद गहराती आर्थिक मंदी …
Read More »उलटबांसी : जंगल, मंगल और खरमंडल
अभिषेक श्रीवास्तव आज रात नौ बजे कुछ बड़ा होने वाला है। जैसे पिछले सोमवार कुछ बड़ा होने वाला था। पूरा सावन बड़े-बड़े के चक्कर में कट गया। पिछला पांच साल बड़े के चक्कर में कट गया। हर बड़े के बाद अगला नया बड़ा। अंग्रेज़ी में क्या कहते हैं- द नेक्ट्स …
Read More »उलटबांसी : अंत में त्रिवेदी भी नहीं बचेगा
अभिषेक श्रीवास्तव आजकल मुझे अल्लाामा इक़बाल बहुत याद आ रहे हैं। अब माहौल ही कुछ ऐसा है कि मुसलमानी नाम लेते हुए थोड़ा डर लगता है। पता चला उधर से कोई बल्लम उठाकर पूछ दिया- सुधाकर पांडे क्यों नहीं याद आ रहे? अब इससे क्या फ़र्क पड़ता है कि सुधाकर …
Read More »उलटबांसी : चंद्रयान मने कवियों का आपातकाल
अभिषेक श्रीवास्तव चंद्रयान गया। पिंड छूटा। कुछ इस तर्ज पर इसरो के वैज्ञानिकों के चेहरे से खुशी छलक रही थी। दुखी तो मीडिया वाले थे। वे कैमरा ताने हुए थे। बीच में बादल आ गया। छुप गया यान। सारी तैयारी बेकार। हो सकता है चौधरी जी मोटरसाइकिल लेकर पीछे निकल …
Read More »उलटबांसी- ढक्कन खोलने और बचाने की जंग
अभिषेक श्रीवास्तव बनारस में मुड़कट्टा बाबा का मंदिर है। मंदिर में उनका धड़ विराजमान है। मूड़ी कटी हुई है। चूंकि वे बाबा हैं, तो उनकी लैंगिक पहचान तय है। वरना बाबा स्त्रीलिंग भी होते हैं। हरियाणा के भिवानी में तोशाम की पहाडि़यां हैं। वहां के लोग तोशाम बाबा की पूजा …
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