शूलों की सेज़ सा,आशिक़ का मकान होता है….!! मोहब्बत का सफ़र कहाँ आसान होता है| हासिल हो,तो ख़िलाफ़ सारा जहाँन होता है|| सिसकियों की ईंट पर, हादसों की खिड़कियां शूलों की सेज़ सा,आशिक़ का मकान होता है|| ज़िन्दगी निकलती है ,जब समंदर की सैर पर तब वहीँ नाँव से लिपटा,कोई …
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