डॉ. सीमा जावेद / निशांत सक्सेना हजारों साल पहले मौखिक रूप से रचित, संकलित और संहिताबद्ध, दुनिया के सबसे पहले ग्रन्थ वेदों को सिर्फ यूं ही नहीं अद्भुत माना जाता है। यह दरअसल यह मौखिक परंपरा और उसकी शानदार निष्ठा और सुसंगति है। जिसके ज्ञान को संरक्षित करने के लिए हमारे ऋषी मुनियों ने मनुष्य के चित्त …
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