डा. श्रीश पाठक भारतीय जनता पार्टी की इतनी शानदार जीत ऐतिहासिक है, यहाँ से भारतीय आम चुनाव एक नए विमर्श प्रतिमानों के साथ याद किये जायेंगे l इस जीत के लिए इन्हीं आंकड़ों के साथ कोई आश्वस्त था, यह कहना निरी मुर्खता होगी और कुछ सरलीकरण भी चुनाव पश्चात् प्रचलित …
Read More »Tag Archives: राष्ट्रवाद
बीमारियों से मर रहे जवानों से बेफिक्र सरकार को सिर्फ वोट की है फिक्र
न्यूज डेस्क 14 फरवरी 2019 के बाद से देश के माहौल में सेना के पराक्रम और राष्ट्रवाद की चर्चा ज्यादा है। पुलवामा आतंकी हमला और बालाकोट एयर स्ट्राइक चुनावी मुद्दा है। चुनावी रैलियों में आए दिन सेना के जवानों के पराक्रम की बात हो रही है और उनकी शहादत और …
Read More »गोधरा की तरह पुलवामा हमला भी भाजपा की साजिश
न्यूज डेस्क लोकसभा चुनाव 2019 में जहां बीजेपी बालाकोट के जरिए राष्ट्रवाद का झंडा बुलंद किए हुए है तो विपक्ष आए दिन पुलवामा के जरिए घेरने में लगी है। आए दिन किसी न किसी पार्टी का नेता पुलवामा हमला को साजिश करार दे रही है। इसी कड़ी में गुजरात के …
Read More »मोदी के ‘राष्ट्रवाद’ को सेना का जवान दे पायेगा चुनौती
पॉलिटिकल डेस्क करीब दो साल पहले एक वीडियो वायरल हुआ था जिसने पूरे देश में हलचल मचा दी थी। वीडियो था सैनिकों को मिलने वाले खाने का। अब वही जवान बनारस से मोदी के खिलाफ ताल ठोक सियासी हलके में हलचल मचा दिया है। उसे राजनीतिक दलों के साथ-साथ सेना …
Read More »क्या योगी को देशद्रोही बता गए जनरल वी.के. सिंह ?
जुबिली डेस्क बागपत की रैली में राष्ट्रवाद को हवा देने के प्रयास में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कुछ ऐसा बोल गए हैं , जो उन्हें विवादों में घेर रहा है। हालाकि योगी के बयानों से उठाने वाले बयान नए नहीं है। हिंदुत्व पर उनके बयानों ने ही उन्हें वो …
Read More »राष्ट्रवाद के समकालीन भारतीय सन्दर्भ
श्रीश पाठक जैसे मनोविज्ञान के लिए मन, अर्थशास्त्र के अर्थ, भौतिकी के लिए पदार्थ, भूगोल के लिए पृथ्वी और समाजशास्त्र के लिए समाज सर्वाधिक महत्वपूर्ण है, वैसे ही राजनीति शास्त्र के लिए राज्य की संकल्पना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एवं सर्वांगीण विकास के …
Read More »राष्ट्रवाद की हवा से मिटाई जा रही है गन्ना किसानों, आवारा जानवरों की हाय
रश्मि शर्मा फिज़ाओं में बारुद घुला है, मुट्ठियां तनी हैं और बदले की आग को हर रोज हवा दी जा रही है। इन सबके बीच विमर्श से किसान गायब हो गए हैं। वहीं, किसान जिसकी बदहाली के मुद्दे पर अभी कुछ दिन पहले राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में भारतीय जनता …
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