“ मिल के होती थी कभी ईद भी दिवाली भी, के दीप सुंदर हैं हमारे क्या तुम्हारे क्या”… रत्नेश राय धार्मिक नफरतों की आग मिटाकर देश को राष्ट्रीय एकता के धागे में पिरोने के लिए वाराणसी की मुस्लिम महिलाएं गाय के गोबर से इस दिवाली राम नाम के …
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