शबाहत हुसैन विजेता सियासत में चमक है, पॉवर है, तरक्की का फ्यूल है, यह घर है, आँगन है, स्कूल है। सब कुछ इसी के चारों तरफ घूमता है। सियासत के गलियारे में जो भी फिट हो जाता है वह कहीं भी मिसफिट नहीं होता, उसका कोई काम कहीं नहीं रुकता। …
Read More »Tag Archives: डंके की चोट पर
पहचानो, देशद्रोही तो सामने है
शबाहत हुसैन विजेता राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (nacc) ने जुलाई 2012 में जेएनयू को देश का सबसे अच्छा विश्विद्यालय माना था। सिर्फ 7 साल में यह देशद्रोहियों का विश्वविद्यालय बन गया। Nacc से भी ज़्यादा काबिल लोगों ने इस विश्वविद्यालय को बंद कराने की सिफारिशें शुरू कर दी हैं। …
Read More »डंके की चोट पर : रिव्यू पिटीशन के लिए सरकार और अदालत दोनों ज़िम्मेदार
शबाहत हुसैन विजेता अयोध्या का मसला एक बार फिर देश की सुप्रीम अदालत के गलियारों में चक्कर लगाने वाला है। बाबरी मस्जिद और राम मंदिर के नाम पर चली मैराथन जंग के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने रिव्यू पिटीशन दाखिल करने का जो फैसला लिया है उसे …
Read More »शेर-ए-मैसूर पर कलंक के टीके की तैयारी
शबाहत हुसैन विजेता टीपू सुल्तान की तलवार का लोहा ब्रिटिशर्स भी मानते थे। मैसूर पर जब तक टीपू का परचम फहराता रहा तब तक ईस्ट इंडिया कम्पनी की कर्नाटक में इंट्री नहीं हो पाई। वह शेर-ए-मैसूर कहलाता था। उसकी सेना में मज़हब नहीं बहादुरी देखकर भर्ती होती थी, इसी वजह …
Read More »हम जाग जाएं तो डेंगू भाग जाए
शबाहत हुसैन विजेता मौसम बदला तो डेंगू का डंक चुभने लगा। फुल ड्रेस कोड का फरमान सुना दिया गया। बच्चे स्कूल जाएंगे फुल आस्तीन शर्ट पहनकर। टीचर को भी हाफ आस्तीन शर्ट पहनने की इजाज़त नहीं है। सरकारी अमला जागा है जब मौतों की दस्तक शुरू हो गई है। जब …
Read More »युद्ध के मुकाबिल खड़ा बुद्ध
शबाहत हुसैन विजेता यूएन ने दखल नहीं दिया तो हालात और बुरे होंगे, फिर पुलवामा जैसा हमला होगा। दो परमाणु शक्ति सम्पन्न देश टकराए तो उसके नतीजे उनकी सीमाओं के परे जाएंगे। हिन्दुस्तान को यह धमकी क्रिकेटर से राजनेता बने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच …
Read More »गंगा उल्टी बहने लगी
शबाहत हुसैन विजेता एक और बाबा सीखचों में पहुंच गया। आरोप वही पुराना घिसा-पिटा यौन उत्पीड़न। जेल अपराधियों की रिहाइश होती है, सन्यासियों की नहीं। सन्यासी जेल जाने लगे तो समझो गंगा उल्टी बहने लगी है। ज़िन्दगी चार आश्रमों में बांटी गई थी, ताकि हर इन्सान ज़िन्दगी के हर पहलू …
Read More »डंके की चोट पर : “चालान”
शबाहत हुसैन विजेता मुल्क की माहिर पुलिस चौकस है। रात-दिन चालान करने में लगी है। पहले ड्राइविंग लाइसेंस सबसे ज़रूरी दस्तावेज होता था लेकिन अब रोके गए शख्स के पास जो कागज़ नहीं है, वही सबसे ज़रूरी दस्तावेज माना जायेगा। आरसी नहीं है तो चालान, इंश्योरेंस नहीं है तो चालान, …
Read More »डंके की चोट पर : कहीं नफरत की आंधी न चला दे एनआरसी
शबाहत हुसैन विजेता नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस यानि एनआरसी ने असम में रह रहे 19 लाख 7 हजार लोगों को एक झटके में विदेशी बना दिया है। यह लोग कहां रहेंगे। अब क्या करेंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है। इन लोगों को हालांकि कानूनी लड़ाई लड़ने की छूट मिलेगी …
Read More »…तो शायद फिर निकले संभावनाओं का सूरज
शबाहत हुसैन विजेता देश मंदी के दौर से गुजर रहा है। आटो सेक्टर बंदी की कगार पर है। कर्मचारियों की छंटनी शुरू हो चुकी है। कहां तो वादा यह था कि हर साल दो करोड़ रोजगार दिये जाएंगे कहां हालात ऐसे हो गये हैं कि रोजगार घट रहे हैं। आटो …
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