शबाहत हुसैन विजेता आज मदर्स डे है. दुनिया माँ को विश कर रही है. माँ जो पैदा करती है. माँ जो परवरिश करती है. माँ जो जीना सिखाती है. माँ जो रिश्तों की पहचान करवाती है. माँ जिसके पाँव तले जन्नत है. माँ जिसके लिए औलाद एक मन्नत है. माँ …
Read More »Tag Archives: डंके की चोट पर
आदत टेस्ट खेलने की है, 20-20 कैसे खेलें
शबाहत हुसैन विजेता नागरिक संशोधन एक्ट के विरोध के बीच साल 2020 शुरू हुआ था. यह साल जब शुरू हुआ था तब पूरे देश में विरोध की आग लगी हुई थी. एनआरसी के विरोध में दिल्ली के शाहीनबाग़ और लखनऊ के घंटाघर समेत देश के 400 स्थानों पर धरने चल …
Read More »लॉक डाउन
शबाहत हुसैन विजेता देश में लॉक डाउन है। ट्रेनें पटरियों पर थम गई हैं। हवाई जहाज़ रनवे पर खड़े हैं। करोड़ों गाडियां गैराज में बंद हैं या फिर घरों में खड़ी हैं। सड़कों पर वही हैं जिनके सामने कोई मजबूरी है। वह मजबूरी जॉब की भी हो सकती है और …
Read More »डंके की चोट पर : प्रेस्टीज इश्यू की नहीं इस पुल की ज़रूरत
शबाहत हुसैन विजेता कोरोना की दहशत से पूरी दुनिया दहली हुई है। इस खतरनाक वायरस से खुद को बचाये रखने की कोशिश में हर कोई लगा है। एडवायजरी जारी हो चुकी है कि कहीं भी भीड़ को न जमा होने दिया जाये। भीड़ को रोकने के लिये मन्दिर, मस्जिद, चर्च …
Read More »तुम्हारा पोस्टर हमारा पोस्टर
शबाहत हुसैन विजेता नयी उम्र के लोगों ने मुनादी नहीं सुनी होगी। पुराने दौर में मुनादी बड़ा कारगर तरीका हुआ करती थी। ढोल नगाड़ों से भीड़ जमा कर लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का जरिया हुआ करती थी मुनादी। सरकार को किसी फरार मुजरिम को पकड़ना होता था या फिर …
Read More »न यह लोकतांत्रिक है न संवैधानिक
शबाहत हुसैन विजेता जुर्म साबित होने से पहले क्या किसी भी शख्स को गुनहगार कहा जा सकता है ? ट्रायल से पहले ही क्या किसी की सज़ा का एलान किया जा सकता है ? गुनहगार साबित होने से पहले क्या किसी की सज़ा तय हो सकती है? क्या किसी जनप्रतिनिधि …
Read More »नहीं समझी गई ये बात तो नुकसान सबका है
शबाहत हुसैन विजेता नफ़रत नफ़रत और सिर्फ़ नफ़रत। कभी देश के नाम पर, कभी भाषा के नाम पर और कभी धर्म के नाम पर। नफ़रत के सामने इंसानियत के मायने खत्म हो जाते हैं। नफ़रत के सामने आपसी रिश्ते दम तोड़ने लगते हैं। जब पहनावे से पहचान होने लगती है। …
Read More »100 करोड़ से हटेगी काम पर पड़ी धूल
शबाहत हुसैन विजेता आम आदमी : सुन रहे हैं सरकार आपके मेहमानखाने में दुनिया के सबसे बड़े चौधरी साहब आ रहे हैं, वह भी बीवी-बच्चो और दामाद के साथ। सरकार : हां, तुमने सही सुना है। बड़े लोगों के घर बड़े लोगों का आना-जाना लगा ही रहता है। आम आदमी …
Read More »डंके की चोट पर : विपक्ष की बेचैनी और केजरीवाल की चुनौतियां
शबाहत हुसैन विजेता अरविन्द केजरीवाल की नयी सरकार का विकास माडल देखने के लिए विपक्ष भी बेचैन है और देश के तमाम राज्यों की नज़र भी उधर ही टिकी हुई है। दिल्ली के लोगों ने अरविन्द केजरीवाल को चुनाव परीक्षा में पूरे नम्बर देकर फिर से सरकार चलाने की ज़िम्मेदारी …
Read More »जनार्दन तो जनता ही होती है
शबाहत हुसैन विजेता दिल्ली चुनाव ने देश को स्पष्ट संदेश दे दिया कि जीत की मंज़िल अब विकास के रास्ते से ही मिलेगी। दिल्ली के लोगों ने यह भी बता दिया कि राजनेता मतदाताओं को अपना टूल समझना बन्द करें। कई सूबों की सरकारों के आने से, हिन्दू-मुसलमान के बंटवारे …
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