जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के लिए मतदान हो चुका है।
अब तीसरा चरण होने वाला है। ऐसे में राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। हालांकि पहले और दूसरे दौर में कम वोटिंग होने से राजनीतिक दलों में काफी चिंता है।
इस वजह से राजनीतिक दल अगले चरण के लिए रणनीति बदलने पर मजबूर हो गए है। कांग्रेस के अनुसार फर्स्ट और सेकंड फेज में बड़ा नुकसान हुआ है।
कांग्रेस को लग रहा है कि तीसरे चरण में भी जनता उनके साथ देंगी। इस बीच एनडीए के कुछ नेता भी काम वोटिंग की वजह से परेशान है और मान रहे हैं कि बीजेपी की राह आसान नहीं है।
अजित पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने इसी तरफ इशारा किया।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्ट्र में शरद पवार और उद्धव ठाकरे के प्रति लोगों में सहानुभूति है।
एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि इस बार एनडीए की राह आसान नहीं है, जिसका फायदा उन्हें (शरद-उद्धव) मिल सकता है।
यह इसलिए क्योंकि NDA के 400 पार के नारे से लोगों में डर है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा यकीन है और वे चाहते भी हैं कि एक बार फिर देश में उनकी सरकार आए।
लोगों का मानना है कि संविधान बदलने के लिए ही 400 पार का नारा दिया गया है।
छगन ने कहा कि कर्नाटक के बीजेपी के एक सांसद (अनंत कुमार हेगड़े) ने बहुमत मिलने पर संविधान बदलने की बात कही थी।
वहीं राजस्थान के नागौर से बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने भी संविधान बदलने की बात कही थी।
इन बयानों और 400 पार के नारों से लोगों में डर है। हालांकि, अजित गुट के नेता ने ये भी कहा कि पीएम मोदी खुद ये बात कह चुके हैं हमारा संविधान मजबूत है और इसे खुद बीआर अंबेडकर भी नहीं बदल सकते मगर लोगों को ये मैसेज दिया जा रहा है। भुजबल ने आगे कहा कि इसका असर तो तभी पता चलेगा जब वोटों की गिनती होगी। नतीजे आएंगे।