न्यूज डेस्क
स्वाइन फ्लू का कहर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। छह जज बीमार हो गए हैं। ये लोग ‘स्वाइन फ्लू’ (एच1एन1) वायरस के चपेट में आ गए हैं। जजों के बीमार होने से सुप्रीम कोर्ट में दो अहम मामलों की सुनवाई पर असर पड़ा है। दोनों ही मामले संवैधानिक बेंच से जुड़े हैं।
मंगलवार को वरिष्ठ जज जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने अदालत में जजों के बीमार होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 6 जजों की तबियत एच1एन1 वायरस की वजह से खराब है। इस स्थिति पर बातचीत के लिए मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने सभी जजों के साथ बैठक की है।”
जस्टिस चंद्रचूड़ ने बताया कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश से सुप्रीम कोर्ट में काम कर रहे लोगों का टीकाकरण कराने के लिए भी कहा है।
जजों के बीमार होने से कोर्ट में दो मामलों की सुनवाई पर भी असर पड़ रहा है। इनमें एक 9 सदस्यीय बेंच धर्म बनाम अधिकार (सबरीमाला केस) पर सुनवाई कर रही थी।
जहां कोर्ट नंबर-& में जस्टिस इंदिरा बनर्जी की गैरमौजूदगी की वजह से सुनवाई टाल दी गई, वहीं जस्टिस हेमंत गुप्ता, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस अब्दुल नजीर भी आज कोर्ट नहीं पहुंचे। जस्टिस संजीव खन्ना को कोर्ट नंबर-2 में मास्क पहन कर सुनवाई करते देखा गया।
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एक मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस अरुण मिश्रा ने वरिष्ठ कील आर्यमा सुंदरम से कहा कि उ”ातम न्यायालय में स्वाइन फ्लू फैल रहा है। इसलिए लोगों से अपील है कि अगर उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है, तो वे कोर्ट न आएं।
इसी बीच मुख्य न्यायाधीश आज सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुष्यंत दवे से भी मिले। दवे ने बैठक के बाद बताया कि सीजेआई मौजूदा हालात से काफी चिंतित हैं और उन्होंने सरकार से सुप्रीम कोर्ट में ही टीकाकरण के लिए डिस्पेंसरी खोलने के लिए कहा है।
पिछले हफ्ते बेंगलुरु में जर्मनी की सॉफ्टवेयर कंपनी एसएपी के दो कर्मचारियों में स्वाइन फ्लू के लक्षण देखे गए थे। टेस्ट में संक्रमित पाए जाने के बाद कंपनी ने देशभर में अपने ऑफिसों को सैनिटाइजेशन का हवाला देकर बंद कर दिया था।
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