जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसम्बर को वाराणसी में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कारीडोर का शुभारम्भ करने जा रहे हैं. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बहुत ख़ास इंतजाम किये हैं. यह पहली बार होगा कि पूरे शहर में मिठाई बांटने का इंतजाम किया गया है. इसके लिए 16 लाख लड्डू बनाने का ऑर्डर दिया गया है. इन लड्डुओं को सात लाख घरों में बांटा जाएगा. साथ में एक किताब भी लोगों के घरों पर पहुंचेगी. इस किताब में काशी विश्वनाथ मन्दिर के आध्यात्मिक महत्व के बारे में जानकारी दी गई है. इस काम का ज़िम्मा उत्तर प्रदेश के खाद्य और रसद विभाग को दिया गया है.
पीएम मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर 600 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. काशी विश्वनाथ कारीडोर से वाराणसी की चमक ही बदल गई है. इस आयोजन का जायजा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार ले चुके हैं. काशी विश्वनाथ कारीडोर के उद्घाटन के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और संत महात्माओं को भी आमंत्रित किया गया है.
खाद्य और रसद विभाग ने निर्देश जारी किया है कि देशी घी में लड्डू बनाए जाएं. जहाँ लड्डू बन रहे हैं वहां पर कोविड प्रोटोकाल का खासतौर पर ध्यान रखा जाए क्योंकि यहाँ बन रहे लड्डू न सिर्फ काशी बल्कि आसपास के इलाकों तक जाने हैं. लड्डू बनाने के लिए सैकड़ों कारीगरों को लगाया गया है.
वाराणसी में यह पहली बार हो रहा है कि सरकार की तरफ से पूरे शहर को लड्डू बांटने का इंतजाम किया गया है. लड्डू बांटने के लिए 15 हज़ार लोगों को ज़िम्मेदारी दी गई है. एडीएम (सिविल सप्लाई) नलिन कान्त के मुताबिक़ वाराणसी में सात से आठ लाख घर हैं. लड्डू हर घर में पहुंचाया जाएगा. लड्डू बांटने के काम में राशन की दुकान चलाने वालों का सहयोग लिया जायेगा.
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