जुबिली न्यूज डेस्क
नागपुर में सोमवार को हिंसा भड़क उठी, जब औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा था। प्रदर्शन के दौरान अफवाह फैली कि एक धर्मग्रंथ जलाया गया है, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई। इस हिंसा में 59 लोग शामिल हैं, जिनमें से 8 विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के सदस्य हैं।
VHP और बजरंग दल पर आरोप
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल पर आरोप है कि उन्होंने धार्मिक भावनाओं को आहत किया। पुलिस ने इन संगठनों के कई पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। गणेशपेठ थाने में महाराष्ट्र और गोवा के VHP सचिव गोविंद शेंडे और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह अफवाह फैल गई कि VHP के आंदोलन के दौरान एक समुदाय के धर्म ग्रंथ को जला दिया गया था, जिसके कारण एक समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।
कुल 46 आरोपी गिरफ्तार
अब तक 46 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें 21 मार्च तक रिमांड पर भेजा गया है। इस मामले में एक FIR की कॉपी सामने आई है, जिसमें कुल 51 आरोपियों का नाम है। गिरफ्तार आरोपियों में कुछ के चेहरे सीसीटीवी फुटेज से पहचाने गए हैं। इन आरोपियों में से कई छोटे कारोबार करते हैं जैसे परचून की दुकान और गैरेज चलाना।
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पुलिस का रूट मार्च
घटनास्थल पर स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए पुलिस ने रूट मार्च निकाला। पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंघल के नेतृत्व में यह मार्च निकाला गया। उन्होंने बताया कि रूट मार्च का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि हिंसा फिर से न भड़के और लोगों को यह संदेश देना था कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।