नई दिल्ली। बाहरी दिल्ली के नरेला औद्योगिक इलाके में रविवार दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर की गई हत्या के मामले में गैंगवार व आपसी रंजिश का शक जताया जा रहा है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि वारदात को अंजाम देने के लिए वीरेंद्र मान उर्फ काले की मुखबिरी की भी की गई है।
फिलहाल मामले की जांच में जुटी पुलिस वारदात के वक्त काले की कार चला रहे ड्राइवर समेत छह लोगों से पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही दो गैंग से जुड़े बदमाशों और काले के करीबी सहित करीब नौ लोगों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच की जा रही है।
जांच में छह टीमों के 24 पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है। जांच टीम ने आसपास के इलाके सहित जिधर से होकर कार सवार बदमाश फरार हुए हैं, उन इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी कब्जे में लिया है।
फुटेज के आधार पर जहां बदमाशों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है वहीं सीडीआर के जरिये व ड्राइवर समेत अन्य संदिग्धों से पूछताछ कर यह साजिश में कौन-कौन से लोग शामिल हैं, इसका पता लगाया जा रहा हैं।
एक तो जिस तरह से ताबड़तोड़ करीब 40 राउंड गोलियां चलने की बात सामने आ रही है, उससे यह जाहिर होता है कि गैंगवार का मामला है। दरअसल गैंगवार में इस तरह से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई जाती हैं। उधर काले की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। वह और उसके कुछ साथी नीरज बवाना गिरोह से जुड़े बताए जाते हैं।
पिछले दिनों अशोक विहार फेज एक में काले के गांव खेड़ा के ही बबलू खेड़ा की की हत्या हुई थी। वह राजेश बवाना गिरोह का करीबी बताया जाता था। इस मामले में काले का एक करीबी साथी पकड़ा भी गया था। इस कारण विरोधी गुट के बदमाशों की नजर काले पर ही थी।
इस कारण से इस मामले को गैंगवार से जोड़कर देखा जा रहा है। आपसी रंजिश सहित अन्य दूसरे कोणों को भी ध्यान में रखते हुए मामले की जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
बदमाशों ने मंगला चौक की ओर से लामपुर रोड की तरफ जा रहे विरेंद्र मान उर्फ काले पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। बदमाश जिस तरह से घात लगाए काले का इंतजार कर रहे थे, उससे यह साफ लगता है कि उन्हें काले के बारे में पूरी जानकारी थी कि वह इस इलाके से होकर गुजरने वाला है। इससे यह माना जा रहा है कि काले को लेकर मुखबिरी हुई है।
वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश नारह गांव की तरफ से फरार हुए। पुलिस को यह जानकारी सीसीटीवी फुटेज में मिली है। पुलिस का यह भी मानना है कि वारदात को अंजाम कार सवार चार बदमाशों ने दिया है। हालांकि यह जांच चल रही है कि कितने लोग इस पूरी साजिश मे शामिल थे।
चर्चित सोनी खुदकुशी मामले में आया था नाम
नरेला इंडस्ट्रियल एरिया थाना के घोषित बदमाश वीरेंद्र मान उर्फ काले 2012 में बसपा से निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है। फिलहाल वह बसपा की जगह एक अन्य पार्टी से जुड़ा बताया जा रहा है। उसकी नरेला के स्थानीय से भी करीबी होने की बात बताई जाती है।
करीब तीन साल पहले नरेला के बहुचर्चित सोनी आत्महत्या केस मामले में वीरेंद्र मान उर्फ काले की तरफ से शिकायतकर्ता को केस वापस लेने के लिए काफी धमकियां देने का मामला सामने आया था। इस मामले में उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी। इस खुदकुशी कांड में स्थानीय विधायक पर सवाल उठाए गए थे।