जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश के जाने-माने पहलवान और ओलम्पिक पदक विजेता सुशील कुमार को आखिरकार 18 दिन बाद सागर हत्याकांड के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।
उनकी गिरफ्तारी के अटकले कल रात से लगायी जा रही थी लेकिन रविवार की सुबह दिल्ली के मुंडका इलाके से ओलंपियन से इनामी बने सुशील कुमार और उसके साथी अजय को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दोनों आरोपी चार मई को देर रात हुई घटना के बाद से ही गायब हो गए थे। उनकी गिरफ्तारी भी पुलिस के लिए चुनौती बनती नजर आ रही थी।
इतना ही नहीं पुलिस ने उनके एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था जबकि अजय पर 50 हजार का इनाम था। उधर गिरफ्तारी के वक्त सुशील कुमार के चेहरे पर किसी तरह का डर देखने को नहीं मिला है।
सुशील पर आईपीसी सेक्शन 302 (हत्या), 365 (अपहरण), 120-B (आपराधिक साजिश रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार यहां रुके सुशील
- मई की रात पहलवान सागर की हत्या हुई
- 6 मई को सुशील कुमार हरिद्वार ऋषिकेश के एक बड़े बाबा के आश्रम में रुके
- फिर 7 मई को वह वापस दिल्ली आए
- इसके बाद फिर बहादुरगढ़ गए
- बहादुरगढ़ से सुशील कुमार चंडीगढ़ गए
- -चंडीगढ़ से वापस बठिंडा गए
- -फिर भटिंडा से चंडीगढ़ गए
- चंडीगढ़ से सुशील फिर गुरुग्राम गए
- -गुरुग्राम से वेस्ट दिल्ली आए और फिर इसके बाद वह 23 मई को मुंडका से गिरफ्तार हुए
सुशील कुमार अकेले ऐसे पहलवान है जिन्होंने ओलंपिक में दो बार पदक जीते हैं। सुशील ने पहले कांस्य और फिर दूसरे ओलंपिक में रजत पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया है। दरअसल सुशील कुमार दंगल के लिए नहीं बल्कि अब एक हत्या के आरोप में पूरी तरह से फंस चुके हैं।
यह भी रोचक बात है कि रोहतक के पहलवान सागर धनखड़े खुद सुशील कुमार को अपना आदर्श मानते थे लेकिन अब वहीं सुशील कुमार उनकी मौत के लिए जिम्मेदार बताये जा रहे हैं।
शुरुआत में सुशील कुमार ने इस पूरे प्रकरण से कन्नी काटी और कहा था कि उनका इसमें कोई हाथ नहीं है लेकिन दिल्ली पुलिस ने जब जांच की तो सुशील कुमार फौरन फरार हो गए और अब तक गायब है।
पुलिस के पास उस वारदात का वीडियो भी है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग सागर और उसके साथियों को बुरी तरह मार रहे हैं और वहां सुशील कुमार भी मौजूद है।
बताया जा रहा है कि सागर और उसके साथियों ने फ्लैट खाली नहीं कर रहे थे और इस वजह से सुशील कुमार काफी नाराज थे और एक दिन मामला ज्यादा बढ़ गया और सागर सहित चारों युवकों को साथ लेकर छत्रसाल स्टेडियम ले जाकर इतना पीटा कि उसमें सागर की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, घटना रात में 1.15 से 1.30 के बीच स्टेडियम के पार्किंग एरिया में हुई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, तो वहां तो वहां 5 गाड़ियां खड़ी मिलीं।
इसमें सागर धनखड़ (23), सोनू महाल (37) और अमित कुमार (27) और दो अन्य पहलवान घायल हुए। इलाज के दौरान सागर की मौत हो गई।
सागर पूर्व जूनियर नेशनल चैंपियन और दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल का बेटा था। वहीं सोनू महाल गैंगस्टर काला जत्थेदी का सहयोगी है। उसे पहले एक लूट और हत्या मामले में गिरफ्तार किया गया था