जुबिली न्यूज़ डेस्क
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की गुत्थी उलझती ही जा रही है। एक तरफ महाराष्ट्र सरकार ने सीबीआई जांच कराने से मना कर दिया है और वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट के साथ बिहार पुलिस द्वारा मामले की जांच को जारी रहने के लिए अर्जी दाखिल की है।
बिहार सरकार ने रिया चक्रवती की उस मांग का भी विरोध किया है, जिसमें रिया ने कहा है कि जब तक उसकी याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित है तब तक बिहार पुलिस को आगे की जांच करने से रोका जाए। वहीं सुशांत की मौत के बाद से चारों तरफ से घिरी रिया चक्रवर्ती ने सुशांत के घर वालों पर संगीन आरोप लगाये हैं।
रिया ने सुप्रीमकोर्ट में दाखिल याचिका पर ये आरोप लगाया है कि पटना में एफआईआर दर्ज कराने में सुशांत के बहनोई एडीजी ओपी सिंह ने दबाव बनाया। साथ ही सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी को ओपी सिंह और मीतू ने रिया पर सवाल उठाने को कहा था। रिया के अनुसार, सिद्धार्थ ने मुंबई पुलिस को इस बात की जानकारी दी है।
ये भी पढ़े : क्या सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोला?
ये भी पढ़े : मुख्यमंत्री की शिकायत करने वाली अधिकारी को पुलिस ने क्यों लिया हिरासत में ?
सिद्धार्थ ने मुंबई पुलिस को ईमेल भेजा कि 22 जुलाई को ओपी सिंह और सुशांत की बहन मीतू ने उन्हें फोन करके रिया और उसके ऊपर सुशांत की तरफ से किए गए खर्च को लेकर सवाल उठाने को कहा था।
ईडी ने मांगी पटना पुलिस से जानकारी
वहीं दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पटना पुलिस से सुशांत सिंह की एफआईआर की डिटेल मांगी है। बता दें कि सुशांत के पिता की एफआईआर में सुशांत के अकाउंट से करीब 15 करोड़ रुपए निकाले जाने की बात कही गई है। इसका आरोप रिया चक्रवर्ती पर लगाया गया है। इसके अलावा ईडी ने मामले में पैसे के लेन देन को लेकर भी सारी जानकारी मांगी है।
सुशांत के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में डाली कैविएट याचिका
उधर, बिहार पुलिस ने मुंबई पहुंच कर सुशांत सिंह के अकाउंट खंगालने शुरू कर दिए हैं। कल बांद्रा के एक बैंक में पुलिस जांच के लिए पहुंची। बीते दो दिन पहले भी सुशांत के एक अकाउंट की जानकारी ली गई थी। इस बीच सुशांत सिंह के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट याचिका दाखिल की है। इसमें उन्होंने कहा है कि बिना उनका पक्ष सुने कोर्ट कोई आदेश न जारी करे।
क्या है कैविट याचिका
कैविट याचिका को एहतियाती उपाय के रूप में परिभाषित किया गया है जो एक व्यक्ति द्वारा लिया जाता है जो एक बड़ा भय या घबराहट रखता है कि उसके खिलाफ कुछ या अन्य मामला अदालत में दायर किया जाएगा। किसी भी तरीके से संबंधित कानून की। कैवेट आम तौर पर एक लैटिन वाक्यांश है जिसका अर्थ है ‘एक व्यक्ति को सावधान रहने दें’।