जुबिली न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार प्रसार में जुट गई है. कांग्रेस ने गुरुवार को यूपी में अपने पांच उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. वहीं कांगेस ने सुप्रिया श्रीनेत को इस बार टिकट नहीं दिया. उनकी जगह वीरेंन्द्र चौधरी को यहां से टिकट दिया गया है. सुप्रिया श्रीनेत ने 2019 में महराजगंज से लोकसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा था. ऐसा कहा जा रहा है कि कंगना रनौत पर टिप्पणी करने से पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है.
आपकों बता दे कि महराजगंज लोकसभा सीट से सुप्रिया श्रीनेत के पिता दो बार सांसद रह चुके है. उन्होंने यहां से 1989 और 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ा था. उन्हें यहां से जीत भी मिली थी. सुप्रिया श्रीनेत ने यहां से 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ा था. लेकिन उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा था. यहां से भाजपा के उम्मीदवार पंकज चौधरी ने जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार सुप्रिया श्रीनेत को टिकट नहीं देने पर ऐसा कहा जा रहा था कि कंगना रनौत पर किए गए पोस्ट को लेकर पार्टी ने यह निर्णय लिया है. वहीं सुप्रिया श्रीनेत ने एक मीडिया चैनल बातचीत में इस बात का खंडन किया है.
क्या बोली सुप्रिया श्रीनेत
महराजगंज से लोकसभा चुनाव में सुप्रिया श्रीनेत को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर कहा कि वह सोशल मीडिया प्रमुख के रूप में अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है. पार्टी को उन्होंने ही चुनाव में नहीं उतारने को कहा था. उन्होंने अपने जगह एक उम्मीदवार का सुझाव भी दिया था. उन्होंने ये भी कहा जैसे ही मुझे पता चला कि मैंने वह पोस्ट डिलीट कर दी. जो भी लोग मुझे जानते है वे भी अच्छी तरह से जानते है कि मैं कभी भी किसी महिला के प्रति व्यक्तिगत और अशोभनीय टिप्पणी नहीं कर सकती.
क्या है पोस्ट का पूरा मामला
सोमवार को सुप्रिया श्रीनेत के इंस्टाग्राम अकाउंट से सुप्रिया श्रीनेत की तस्वीर और अपमानजनक कैप्शन के साथ एक आपत्तिजनक पोस्ट डाला गया था. जिसके बाद से लगातार उन पर सवाल उठाए गए चुनाव आयोग ने पोस्ट को लेकर सुप्रिया श्रीनेत को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. सुप्रिया श्रीनेत ने तुरंत स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया अकाउंट तक कई लोगों की पुहंच है ,किसी ने यह अनुचित पोस्ट किया है.