काठमांडू (नेपाल)। नेपाल सरकार के उद्योग, वाणिज्य एवं आपूर्ति मंत्रालय के अधीन इंटरमॉडल ट्रांसपोर्ट बोर्ड (जिसे लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ नेपाल भी कहा जाता है) द्वारा आयोजित ‘पोर्ट मैनेजमेंट एवं प्रोफेशनल कैपेसिटी इनहांसमेंट’ वर्कशॉप का समापन 24 अप्रैल को हुआ।
कार्यक्रम का आयोजन 20 अप्रैल से 24 अप्रैल तक काठमांडू स्थित चोभर ड्राई पोर्ट के कॉन्फ्रेंस हॉल में हुआ।
वर्कशॉप के अंतिम दिन के अंतिम सत्र में लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, रुपईडीहा के मैनेजर सुधीर शर्मा ने ‘पोर्ट मैनेजमेंट’ पर आधारित अपनी विस्तृत प्रेजेंटेशन दी।
उनके व्याख्यान को उपस्थित सभी विशेषज्ञों और अधिकारियों ने मुक्त कंठ से सराहा।
सुधीर शर्मा द्वारा प्रस्तुत विषय ने भारत और नेपाल के बीच बंदरगाह प्रबंधन के गहरे तकनीकी और व्यवहारिक पहलुओं को सरल ढंग से उजागर किया।
इस वर्कशॉप में विशिष्ट अतिथियों के रूप में शामिल रहे
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शिवहरि अधिकारी, निदेशक, एन.ए.एस.सी., ललितपुर
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सुश्री अनीता पौडेल, निदेशक
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श्री कृष्णा राज पंटा, संयुक्त सचिव, नेपाल सरकार
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डॉ. वासुदेव दुंगल, त्रिभुवन विश्वविद्यालय
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हरे कृष्ण मिश्रा, एन.आई.टी.डी.बी.
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अतुल कुमार, चीफ ऑपरेशन ऑफिसर
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तारक राज माटा, अंडर सेक्रेटरी, नेपाल सरकार
समापन समारोह के मुख्य अतिथि चेयरमैन एवं कार्यकारी निदेशक श्री आशीष गजुर्नेल ने सुधीर शर्मा को सम्मानित करते हुए उनके उत्कृष्ट योगदान की सराहना की। स्मृति चिह्न स्वरूप उन्हें पारंपरिक नेपाली खुकरी भेंट की गई। इस मौके पर युबक दंगुअल, निदेशक और सुश्री सांत्वना बुढाथोकी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहीं।
अपने संबोधन में सुधीर शर्मा ने कहा,”यह वर्कशॉप भारत और नेपाल के लैंड पोर्ट अथॉरिटीज़ के बीच सहयोग, समझ और समन्वय को मजबूत करने में एक सेतु का कार्य करेगी।” इस ऐतिहासिक वर्कशॉप ने दोनों देशों के बीच सीमा व्यापार और परिवहन सहयोग को नई दिशा देने का कार्य किया है।