जुबिली न्यूज डेस्क
मशहूर बिजनेसमैन और इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्य सभा के लिए मनोनीत किया है. राज्यसभा के लिए मनोनीत होने पर सुधा मूर्ति ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि वे फिलहाल भारत में नहीं हैं. लेकिन यह उनके लिए महिला दिवस का एक बड़ा उपहार है. देश के लिए काम करना एक नई जिम्मेदारी है. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुधा मूर्ति को बधाई दिया.
‘नारी शक्ति’ का एक शक्तिशाली प्रमाण है
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये नारी शक्ति का एक शक्तिशाली प्रमाण है. “मुझे खुशी है कि भारत के राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी का राज्यसभा में नामांकन किया है. सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है. राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी ‘नारी शक्ति’ का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है. उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं.”
ये भी पढ़ें-Happy Women’s Day: योगी सरकार में महिलाओं के उत्थान के लिए समर्पित प्रयास किए गए
कौन हैं सुधा मूर्ति?
सुधा मूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष होने के साथ-साथ एक टीचर और राइटर भी हैं. उन्होंने कई किताबें लिखी हैं. उनका जन्म 19 अगस्त 1950 को शिगांव में हुआ. उन्होंने इनंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति से साल 1978 में शादी की. उनकी एक बेटी अक्षरा मूर्ति हैं जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं. सुधा मूर्ति के बेटे का नाम रोहन मूर्ति है.