जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ / गाज़ियाबाद. गाज़ियाबाद की प्रतीक ग्रैंड सोसायटी से दिल को दहला देने वाली खबर मिली है. एक परिवार पर दुखों का ऐसा पहाड़ टूटा है कि पूरी सोसायटी की आँखों में आंसू आ गए हैं. इस परिवार ने एक साथ अपने जुड़वाँ बच्चो को खो दिया है.
गाज़ियाबाद के सिद्धार्थ विहार में प्रतीक ग्रैंड सोसायटी में दो बड़े टावर हैं. इनमें चार हज़ार फ़्लैट हैं. यह टावर नये हैं. इसमें रहने के लिए लोगों के आने का सिलसिला बस शुरू ही हुआ है. फ़िलहाल इनमें ढाई सौ परिवार रह रहे हैं. फ़्लैट नम्बर 2508 में चार महीने पहले मदुरई के रहने वाले टी.एस.पलानी टावर की 25वीं मंजिल पर रहने के लिए आये थे. इनके जुड़वाँ बेटे सत्यनारायण और सूर्यनारायण को 25वीं मंजिल से बाहर का नज़ारा देखना बहुत पसंद था.
इस टावर की बालकनी से चाँद देखना बच्चो को बड़ा पसंद है. दरअसल दो टावर बहुत पास-पास हैं इसलिए काफी रात को बाल्कनी से चाँद नज़र आता है. बीती रात भी बच्चे बालकनी में चाँद का इंतजार कर रहे थे. माँ ने सोने के लिए आवाज़ लगाईं तो दोनों वापस आ गए. कुछ देर बाद दोनों ने पहले बाल्कनी में कुर्सी रखी और फिर उस कुर्सी पर स्टूल रखकर चाँद देखने का फैसला किया लेकिन इसी बीच स्टूल पलट गया और बच्चे 25वीं मंजिल से नीचे जा गिरे.
अचानक से हुए इतने बड़े हादसे के बाद बचने की कोई संभावना ही नहीं थी लेकिन माँ-बाप का दिल. अपने कलेजे के टुकड़ों को लेकर अस्पताल भागे. तमाम कोशिशें कीं लेकिन उनके हाथ में ज़िन्दगी भर रोने के सिवाय कुछ न बचा.
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इन मासूम जुड़वां भाइयों का आज सोमवार को गाज़ियाबाद के हिंडन श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जा रहा है. सोसायटी के हर घर से लोग शमशान में जमा हैं. बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं. श्मशान का हाल इतना ह्रदय विदारक है कि देखने वालों का कलेजा फटा जा रहा है.