न्यूज़ डेस्क।
महोबा। पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर पिछले 399 दिन से अनशन पर बैठे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर अपने साथियों के साथ 400 दिन पूरे होने पर सामूहिक मुंडन कराएंगे।
तारा पाटकर ने कहा कि बुंदेलखंड के सांसद अपनी नाकामी को छुपाने के लिए जनता पर उदासीनता का आरोप मढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक अगस्त को हमारे ऐतिहासिक अनशन के 400 दिन पूरे हो रहे हैं लेकिन बुंदेलखंड के सभी सांसदों की तरफ से संसद में अलग राज्य बनाने के लिए अभी तक कोई प्रभावी पहल नहीं की गयी है। अब वे अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए कह रहे हैं कि मध्य प्रदेश की जनता बुंदेलखंड राज्य नहीं चाहती। जबकि हकीकत तो यह है कि उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश दोनों राज्यों की सरकारें नहीं चाहती कि बुंदेलखंड बने। बुंदेलखंड दोनों सरकारों का सबसे बड़ा कमाऊ पूत है और अपने कमाऊ पूत को कौन खोना चाहता है।
बुंदेलखंड की जनता काम की तलाश में महानगरों में धक्के खा रही है। उसके पास यहां से पलायन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हमने सांसदों और राजनैतिक दलों के रवैये के खिलाफ 2 अगस्त को 401वें दिन सामूहिक मुंडन कराने का निर्णय लिया है। मुंडन कार्यक्रम अनशन स्थल पर ही होगा। इससे पूर्व 28 जून को अनशन के एक वर्ष पूरा होने पर अनशनकारियों ने प्रधानमंत्री के नाम खून से खत लिखकर भेजे थे। उसके पूर्व पिछले वर्ष 18 जुलाई को सामूहिक मुंडन कराया था जिसमें बड़ी तादाद में लोगों ने हिस्सा लिया था लेकिन बुंदेलखंड के सांसदों ने अब तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जिसके कारण मोदी सरकार पर दबाव बनता।
अनशन स्थल पर आज यशपाल सिंह परिहार, वीरेन्द्र अवस्थी, अनिरुद्ध मिश्रा, कल्लू चौरसिया, अमर चंद विश्वकर्मा, कृष्णा शंकर जोशी, हरिश्चंद्र वर्मा, आशा राम नगायच, देवेन्द्र तिवारी, प्रेम चौरसिया, कमलेश श्रीवास्तव व राम आसरे राही समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
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