न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद उत्पन्न हालात का माता वैष्णो देवी की यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ा है। पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से 15 लाख से अधिक श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन कर चुके हैं। अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू संभाग में लगी पाबंदियों में एक सप्ताह के भीतर ढील दे दी गई थी।
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि इस साल जनवरी में श्रद्धालुओं की संख्या पांच लाख से अधिक थी जो फरवरी में गिरकर 2.69 लाख रह गई थी।
पुलवामा में जैश आतंकियों की ओर से सीआरपीएफ पर किए गए फिदायीन हमले और उसके बाद के घटनाक्रम के कारण मार्च में केवल 4.62 लाख श्रद्धालुओं ने ही दर्शन किए। अप्रैल में 690893, मई में 807125, जून में 1159715 व जुलाई में 845071 लोग दर्शन को पहुंचे।
अगस्त में अमरनाथ यात्रियों तथा पर्यटकों को घाटी से वापस जाने की राज्य सरकार की एडवाइजरी के बाद यात्रा में कमी आई और 602088 लोग ही पहुंचे। सितंबर में 656157 भक्तों ने मत्था टेका। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गृह विभाग द्वारा जारी परामर्श 10 अक्तूबर से वापस लेने का निर्देश दिया है, जिसमें दो अगस्त को पर्यटकों तथा अमरनाथ यात्रियों से तत्काल घाटी छोड़ने को कहा गया था।
वैष्णो देवी गुफा के प्रवेश स्थान पर स्वर्ण द्वार बनाया गया है जिस पर देवी दुर्गा की नौ छवियां अंकित हैं। इसके अलावा हाल ही में शुरू की गई वंदे भारत ट्रेन भी इस वर्ष नवरात्र के आकर्षण का केंद्र रही। कहा जा रहा है कि इन सब वजहों से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ सकती थी और वही हुआ भी।
अब तक श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि
वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की स्थापना 1986 में की गई थी, तब से श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। सन् 2012 में यह संख्या एक करोड़ तक पहुंच गई थी। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष जनवरी में श्रद्धालुओं की संख्या पांच लाख से अधिक पहुंच गई थी, जो फरवरी में गिर कर 2.69 लाख रह गई थी।
नवरात्र में रोजाना पहुंचे साढ़े 40 हजार भक्त
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि इस साल 62.71 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता वैष्णो देवी के दर्शन किए। इनमें से 364643 श्रद्धालुओं ने नवरात्र में देवी के दर्शन किए यानी रोजाना साढ़े 40 हजार भक्त पहुंचे। यह आंकड़ा पिछले कुछ वर्षों में सर्वाधिक है।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की स्थापना 1986 में की गई थी, तब से श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। 1986 में 13.86 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे जो वर्ष 2012 में 1.04 करोड़ तक के रिकार्ड स्तर तक पहुंच गई थी। 2017 में 3.07 लाख व 2018 में 3.20 लाख भक्त नवरात्र के दौरान पहुंचे थे।
ये है माता वैष्णो देवी के भक्तों के आंकड़े
- साल आंकड़ा
- 2012 1.04 करोड़
- 2013 93.24 लाख
- 2014 78.03 लाख
- 2015 77.76 लाख
- 2016 77.23 लाख
- 2017 81.78 लाख
- 2018 85.87 लाख