जुबिली न्यूज डेस्क
झांसी। महान इतिहासकार, स्वतंत्र पत्रकार व शिक्षक इंटर कॉलेज के संस्थापक प्रबंधक स्व जानकी शरण वर्मा की भव्य प्रतिमा का अनावरण हर्षोल्लास के साथ किया गया। कार्यक्रम संयोजक पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, प्रबंधक निलय जैन, सह संयोजक डॉ मनोज कुमार वर्मा, सुदर्शन शिवहरे, चंद्रभान तिवारी, राज नारायण शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत किया। अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता राम प्रकाश अग्रवाल ने की।
संयोजक पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने अपने संबोधन में स्व जानकी शरण वर्मा के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्मा जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की जानकारी अगली पीढ़ी को देने के लिए पाठ्य पुस्तक में एक पाठ जुड़ना चाहिए। शताब्दी वर्ष में 101 साहित्यकारों व विशिष्ट लोगों को सम्मानित किया जाएगा।
मुख्य अतिथि अपर आयुक्त सर्वेश दीक्षित ने कहा कि स्व जानकी शरण वर्मा से शासन-प्रशासन को बुन्देलखण्ड के इतिहास की जानकारी मिलती रही। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम ने कहा कि स्व वर्मा जी ने ईमानदारी व कर्मठता से विद्यालय स्थापित कर नए सोपान तय किए। अतिथि विधायक प्रतिनिधि आरपी निरंजन, पूर्व एमएलसी श्याम सुंदर सिंह, पूर्व विधायक पं बृजेंद्र व्यास डमडम, वरिष्ठ पत्रकार मोहन नेपाली ने स्व वर्मा के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि वह खद्दर पहनकर जीवन भर सादा जीवन उच्च विचारों को अपनाकर जीवटता की प्रेरणा दे गये।
सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन किया गया। विद्यालय के बच्चों ने अपनी कला का मनमोहक प्रदर्शन किया। मेधावी छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। शहीद स्मृति समिति द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के तैल चित्रों तथा वर्मा जी द्वारा लिखित किताबों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका अतिथियों व छात्र छात्राओं ने उत्साह से अवलोकन किया। स्व जानकी शर्मा पर आधारित पुस्तक जीवन यात्रा का विमोचन किया गया।
समारोह में साहित्यकार ओम शंकर खरे असर, राजकुमार अंजुम, डॉ पी के अग्रवाल, पन्नालाल असर, अर्जुन सिंह चांद, पुनीत बिसारिया, शमीम शेख, एनसी शिवहरे, सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सालिगराम राय, विवेक बंसल को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। वर्मा परिवार के मोहित वर्मा, मनीष वर्मा, मयंक वर्मा, कृतिका वर्मा, अंकिता वर्मा, धीरज शर्मा ने बाबू जी द्वारा लिखित पुस्तक क्रांतिकारियों की गाथा मुख्य अतिथि को सम्मानस्वरूप भेंट की।
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इस अवसर पर व्यंकट राव गुंठे, विशाल हयारण, कमल निगम, ममता भाटिया, शैलेंद्र जैन, डॉ मनमोहन मनु, प्रकाश गुप्ता , राजेंद्र सिंह यादव, श्रीराम बिलगैया, डॉ बाबूलाल तिवारी, दिनेश भार्गव, सुरेश झा, शंभू सेन, विनय उपाध्याय, अशोक अग्रवाल, मधुर वर्मा, नीति शास्त्री, आशा राजपूत, धर्मराज यादव, अमर सिद्ध, अरविंद वशिष्ठ, गौरव जैन, अरिन्दम घोष, अजय पुरवार, विनोद शर्मा, मिलन गुप्ता, दिनकर सक्सेना, दिनेश यादव, राजेंद्र शर्मा, मनोज गुप्ता दीपू, विवेक बाजपेई, मुकेश अग्रवाल, डॉ सुनील तिवारी, गिरजा शंकर राय, अफजाल हुसैन, किश्वर जहां, शफीक अहमद मुन्ना, चिमन शिवहरे, भरत राय, अनिल रिछारिया, गीता शेखर, चंद्रिका प्रसाद, अर्चना शर्मा, इंद्रेश पाठक, सुशील द्विवेदी, राजेश त्रिपाठी, ह्रिदेश खरे, राकेश अमरया, विजय लाहौरी, रघुराज शर्मा, प्रद्युम्न दुबे समेत गणमान्यजन, साहित्यकार व शिक्षा जगत से जुड़े लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रबंधक निलय जैन व कमल जैन ने किया। अंत में वर्मा जी के पुत्र डॉ मनोज कुमार वर्मा व प्रधानाचार्य अशोक कुमार दोहरे ने सभी का आभार व्यक्त किया।