लखनऊ: 12 दिसम्बर 2024 को हर साल की तरह महामना मालवीय विद्या मन्दिर इण्टर कालेज, गोमती नगर, के परिसर में महामना मालवीय मिशन, लखनऊ की गीता समिति के तत्वावधान में श्रीमद्भगवद्गीता के उपादेयता एवं प्रचार प्रसार के क्रम में गीता जयन्ती का आयोजन किया गया। भगवान श्री कृष्ण के चित्र व महामना मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ समारोह का शुभारम्न हुआ।
प्रारंभ में महामना मालवीय मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्रीमद्भगवद्गीता समिति के संरक्षक, श्रीनान् प्रभु नारायण श्रीवास्तव ने गीता जी की उपादेयता पर अपने उद्बोधन में बताया कि ‘गीता के माध्यम से हम सबको अपने कर्म क्षेत्र में धर्म के आधार पर कार्य का सन्पादन करने की प्रेरणा मिलती है तथा गीता के पाठ से व्यक्ति के व्यक्त्वि में धर्म का जागरण होता है एवं विकृक्तियों का नाश होता है।
अखण्ड गीता का पाठ सगदेत स्वरों में किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे जिन्होंने अपने संबोधन में गीता के उपदेशों के महत्वों को सबके सामने रखा, उन्होंने गीता में वर्णित कर्म योग, भक्ति योग, ज्ञान योग के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि गीता का सार निष्काम कर्म है और भक्ति योग का तात्पर्य पूर्ण समर्पण है।
कौन सा कर्म, कौन सी बुद्धि तथा कौन सा दान तथा कौन सा सुख सात्विक या तामसी है इसको भी रेखांकित किया। गीता पाठ पूरा होने के पश्चात् सुमधुर भजनों की प्रस्तुति की गयी। इसके बाद गीता जी की भव्य आरती सम्पन्न हुई। इस आयोजन में लगभग 200 लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर सम्पूर्ण गीता का पाठ समवेत स्वरों में किया।
इस कार्यक्रम में मिशन के राष्ट्रीय सचिव आर०एन० वर्मा, विद्यालय समिति के अध्यक्ष देवेन्द्र अस्थाना, गीता रागिति के अध्यक्ष या ब्रजेश चन्द्र, उपाध्यक्ष केशरी प्रसाद शुक्ल एवं कैलाश चन्द्र महासचिव घनीत चौधरी तथा अन्य प्रदाधिकारी उपस्थित थे। अन्त में मिशन के महासचिव देवेन्द्र स्वरुण शुष्ण के धन्यवाद ज्ञापन तथा गण्डारा प्रसाद ग्रहण करने के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।