जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। भारतीय कुश्ती संघ के हाल ही में चुनाव संपन्न को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल इस चुनाव में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ने विजय हासिल की थी लेकिन खिलाडिय़ों को उनकी जीत रास नहीं आ रही थी और लगातार विवाद हो रहा था।
साक्षी मलिक ने नाराज होकर कुश्ती से संन्यास ले लिया था जबकि बजरंग पुनिया ने अपना अवॉर्ड वापस कर दिया था। ऐसे में समय रहते ही अब सरकार ने बड़ा कदम उठाया है और नए अध्यक्ष संजय सिंह की मान्यता रद्द कर दी है।कुश्ती संघ निलंबित, करने का फरमान जारी कर दिया है। पहलवानों के ‘दंगल’ के बीच सरकार का धोबी पछाड़ दांव से सभी हैरान है। रविवार की सुबह साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया जैसे पहलवानों के राहत भरी खबर ये रही कि खेल मंत्रालय ने नए कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही संजय सिंह द्वारा लिए गए सभी फैसलों पर भी रोक लगा दी है। खेल मंत्रालय ने अगले आदेश तक किसी भी तरह की गतिविधि पर भी रोक लगा दी है।
खेल मंत्रालय ने क्या कहा
नए कुश्ती संघ ने हाल ही में जूनियर नेशनल चैंपियनशिप गोंडा में कराने का ऐलान किया था. खेल मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यह फैसला ‘डब्ल्यूएफआई के संविधान के प्रावधानों का पालन किए बिना’ किया गया था।
खेल मंत्रालय ने बयान में कहा, WFI के नवनिर्वाचित कार्यकारी निकाय द्वारा लिए गए फैसले WFI के प्रावधानों और नेशनल स्पोर्ट्स डेवलेपमेंट कोड का उल्लंघन हैं।
ऐसे फैसले कार्यकारी समिति द्वारा लिए जाते हैं, जिसके समक्ष एजेंडे को विचार के लिए रखा जाना जरूरी होता है. इन फैसलों में नए अध्यक्ष की मनमानी दिखाई देती है, जो सिद्धांतों के खिलाफ है. एथलीटों, हितधारकों और जनता के बीच विश्वास बनाना अहम है।
खेल मंत्रालय ने कहा, ऐसा लगता है कि नया कुश्ती संघ खेल संहिता की पूरी तरह अनदेखी करते हुए पूरी तरह से पिछले पदाधिकारियों के नियंत्रण में है, जिनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे।
इतना ही नहीं मंत्रालय ने कहा, फेडरेशन का कामकाज पूर्व पदाधिकारियों द्वारा नियंत्रित परिसर से चलाया जा रहा है। इस परिसर में खिलाड़ियों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है और वर्तमान में कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रही है।
ऐसे मिली थी संजय सिंह को जीत
बताया जा रहा है कि संजय सिंह बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खास है और कुश्ती संघ के नये अध्यक्ष के तौर पर चुना गया था। उन्होंने चुनाव में 47 में से 40 वोट हासिल कर प्रतिद्वंदी और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण को पराजित किया था।
प्रतिद्वंदी और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण को सिर्फ सात वोट मिल सके। इसके बाद संजय सिंह बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी है और ऐसे में पहलवानों ने उनको निशाने पर ले लिया।