जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। यूपी में एक बार फिर खेलों का नया माहौल देखने को मिल रहा है। मौजूदा सरकार हर हाल में यूपी के खिलाडिय़ों को उच्च कोटि की सुविधाएं देना चाहती है।
अक्सर सुविधाओं के अभाव में खिलाडिय़ों का पलायन देखने को मिलता था लेकिन अब सरकार ने खिलाडिय़ों को आगे बढ़ाने के लिए कमर कस ली है। बीते कुछ सालों से खेलों को लेकर सरकार गम्भीर हुई है। इसका नतीजा ये हुआ कि विश्व खेलों के फलक पर यूपी चमक रहा है।
प्रशिक्षकों का टोटा
उधर खेल विभाग ने भी कमर कस ली है ताकि यहां के खिलाडिय़ों को हर तरह की सुविधा दी जाये। इसके तहत खेलों के लिए द्रोणाचार्यों की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि प्रशिक्षकों का टोटा भी देखने को मिल रहा है।
इसके लिए खेल विभाग प्रशिक्षकों की तैनाती करने के लिए आवेदन लगातार मांग रही है लेकिन इसके बावजूद कई खेलों के लिए अब तक प्रशिक्षकों ने आवेदन नहीं मिला है।
इसका नतीजा ये हुआ कि खेलों के लिए अब तक प्रशिक्षकों ने आवेदन नहीं किया है, खेल विभाग उनके लिए जल्द ही दोबारा आवेदन मांगे जाने की तैयारी में है। खेल विभाग से जुड़े लोगों ने जुबिली पोस्ट को बताया है कि इन प्रशिक्षकों को छात्रावासों में तैनात किया जाना है।
नहीं मिल रहे अनुभवी खेल प्रशिक्षक
खेल विभाग की माने तो उसकी कोशिश है कि अनुभवी प्रशिक्षकों के सहारे खिलाडिय़ों के प्रदर्शन में निखार जाये। हालांकि दो बार आवेदन मांगे जाने के बावजूद प्रशिक्षक नहीं मिल रहे हैं। खेल विभाग ने जानकारी दी है कि पहली बार दो या तीन लोगों ने ही आवेदन किया।
पांच खेलों में 12 प्रशिक्षक ही सामने आये
दोबारा जब आवेदन मांगे पांच खेलों में 12 प्रशिक्षक ही सामने आये।इनमें हॉकी में प्रेम माया, सै. अली, रंजना गुप्ता, सुजीत कुमार श्रीवास्तव, शकील अहमद, रजनीश मिश्रा, एथलेटिक्स के विपिन कसाना, जसविंदर सिंह भटिया, बॉक्सिंग में धर्मेंद्र सिंह, तीरंदाजीम में सुमंगला, जूडो में विजय कुमार यादव और फुटबाल में शम्सी रजा ने प्रशिक्षक पद के लिए आवेदन किया है।
इन प्रशिक्षकों की तैनाती की तैयारियां चल रही है। इन सभी से शपथ पत्र लिया जाना है कि छात्रावासों में तैनाती के दौरान यदि इनका तबादला किसी अन्य छात्रावास में किया जाता है तो वे आपत्ति दर्ज नहीं करेंगे।
खेल विभाग की माने तो इसके लिए खेल विभाग ने ओलंपिक, विश्वकप, एशियन गेम्स और राष्ट्र मंडल खेल और एफ्रो एशियन खेल चुके खिलाडिय़ों को प्रशिक्षक पद पर तैनात करने की प्लनिंग पर काम कर रहा है।
इन प्रशिक्षकों को विशेष वेतनमान दिये जाने का भी निर्णय लिया गया। ऐसे प्रशिक्षकों को 150000 रुपया प्रतिमाह दिया जाना तय किया। इसके बाद प्रदेश भर से प्रशिक्षक पद के लिए तय अर्हता के साथ आवेदन मांगे गए।