Thursday - 31 October 2024 - 6:07 AM

महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि पर खास अभियान का होगा आगाज, जानिए खास बातें

  • फासीवाद और सम्प्रदायिकता के खिलाफ सांस्कृतिक अभियान आज होगा लांच

जुबिली स्पेशल डेस्क

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि रविवार को यानी आज है। अतीत की बात करे तो 74 साल पहले आज ही के दिन नाथूराम गोडसे ने तीन गोली मारकर महात्मा गांधी को मौत की नींद सुला दी थी।

देशभर में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। देश-दुनिया के साथ राजधानी दिल्ली में भी बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित किया जा रहा है। 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोड्से ने बापू की हत्या कर दी थी।

इस अवसर पर देश के 500 सौ से अधिक लेखकों और बुद्धिजीवियों ने बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित किया है और इस दिन फासीवाद और सम्प्रदायिकता के खिलाफ सांस्कृतिक अभियान का आज लांच किया जा रहा है।

इसमें लेखकों और बुद्धिजीवियों द्वारा रविवार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74 वीं शहादत पर अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रतिरोध अभियान जारी होगा। आयोजकों की माने तो यह अभियान को देश में विकराल होती साम्प्रदायिकता फासीवाद और सरकारी दमन अत्याचार के विरुद्ध शुरू किया जा रहा है जो साल भर तक चलेगा।

इस अभियान से जुड़े प्रगतिशील लेखक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष एवं महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्विद्यालय के पूर्व कुलपति विभूति नारायण राय के अनुसार रविवार को इस अभियान को दिल्ली में एक ऑनलाइन कार्यक्रम के जरिये लांच किया जाएगा।

गांधी जी की शहादत पर एक संगोष्ठी होगी

इसमें प्रसिद्ध लेखक संस्कृति कर्मी अशोक वाजपेयी इस अभियान के बारे में उद्घाटन भाषण देंगे और गांधी जी की शहादत पर एक संगोष्ठी होगी जिसमें प्रसिद्ध गांधीवादी एवम गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ,प्रसिद्ध मस्राठी लेखक राव साहब कस्बे सूर्यनारायण रणसुभे आदि लेंगे।
कार्यक्रम में भीमा कोरेगांव घटना के आरोप में तथा दिल्ली दंगे के आरोप में फँसाये गए लोगों को रिहा करने कर मांग से सम्बंधित एक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा।

ऑनलाइन कार्यक्रम होंगे

राय ने बताया कि कल लखनऊ रांची इलाहाबाद में भी ऑनलाइन कार्यक्रम होंगे। आज भी प्रसिद्ध कवि एवम जनसंस्कृति मंच के संस्थापक गोरख पांडेय की स्मृति में कार्यक्रम हो रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना का संकट खत्म होते ही हम लोग एक बड़ा राष्ट्रीय सम्मेलन करेंगे जिसमे सभी भारतीय भाषाओं के लेखकों को आमंत्रित किया जाएगा।

इस अभियान में इप्टा , जनवादी लेखक संघ प्रगतिशील लेखक संघ जन संस्कृति मंच दलित लेखक संघ अखिल भारतीय दलित महिला लेखक संघ जन नाट्य मंच लिखावट संगवारी समेत कई संगठन शामिल हैं। जिसमे और संगठनों को जोड़ा जाएगा। हिंदी उर्दू के नामी गिरामी लेखकों शायरों की स्मृति में यह अभियान कार्यक्रम कर जनता की उठाएगा।

500 से अधिक लेखक जुड़े हैं 

इस अभियान में लेखकों का मार्च सम्मेलन कविता पाठ रचना पाठ नाट्य मंचन पोस्टर संगोष्ठी आदि आयोजित होंगे और पत्रिकाओं के प्रतिरोध साहित्य अंक निकाले जाएंगे। लेखकों से अपील की गई है कि वे अपने शहरों में इस तरह की गतिविधियां करें और एक राष्ट्रीय नेटवर्क तैयार कर सभी प्रगतिधील जनवादी ताकतों को जोड़ा जाए।इस अभियान से ज्ञानरंजन नरेश सक्सेना अशोक वाजपेयी इब्बार रब्बी असग़र वज़ाहत राजेश जोशी पंकज बिष्ट विष्णु नागर रविभूषण वीरेंद्र यादव रामजी राय रेखा अवस्थी विजय कुमार समेत 500 से अधिक लेखक जुड़े हैं।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com