जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश में 13 आईपीएस अफसरों के तबादले किये गए हैं. इनमें भिंड के एसपी मनोज सिंह का नाम भी शामिल है. मनोज सिंह के तबादले पर लोगों को ताज्जुब इसलिए हुआ है क्योंकि वह ऑनलाइन शापिंग का कारोबार करने वाली कम्पनी अमेज़न के ज़रिये की गई गांजा की तस्करी मामले की जांच कर रहे थे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले की तैयारी की है. इसकी शुरुआत 13 आईपीएस अफसरों के तबादलों से हुई है. तबादला सूची में भिंड के एसपी का नाम भी होने से यह सवाल भी उठने लगे हैं कि जब वह अमेज़न मामले की जांच कर रहे थे तो बीच में ही उन्हें हटाने का क्या मतलब है. क्या किसी को बचाने की साज़िश की गई है.
भिंड से मनोज सिंह को हटाकर उनकी जगह पर शैलेन्द्र सिंह चौहान को लाया गया है. सागर जिले के पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह की जगह पर तरुण नायक को लाया गया है. सागर जिले से विधायक भूपेन्द्र सिंह, गोपाल भार्गव, गोविन्द राजपूत और अरविन्द भदौरिया हैं. ज़ाहिर है कि इस जिले के एसपी को काफी दबाव में कम करना पड़ता है. यही वजह है कि अतुल सिंह खुद सागर से अपना ट्रांसफर चाहते थे.
इनके अलावा मध्य प्रदेश सरकार ने अरुणा मोहन राव को अग्निशमन सेवा का स्पेशल डीजी बनाया है. कैलाश मकवाना को पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन का चेयरमैन बनाया गया है. जीपी सिंह को एडीजी सीआईडी, सुषमा सिंह को एडीजी विजिलेंस और बीबी सिंह को एडीजी मानवाधिकार आयोग बनाया गया है.
इनके अलावा डीआईजी रीवा अनिल सिंह को उज्जैन ट्रांसफर किया गया है. पुलिस मुख्यालय में कार्यरत डीआईजी आरएसएस परिहार को जबलपुर रेंज की कमान सौंपी गई है.
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