पॉलिटिकल डेस्क।
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और आरएलडी का गठबंधन चुनाव लड़ रहा है। वहीं कांग्रेस इस गठबंधन में शामिल नहीं है। सूबे की कई सीटों पर कांग्रेस ने चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। कांग्रेस के उम्मीदवारों से कहीं बीजेपी को नुकसान हो रहा है तो कहीं गठबंधन के प्रत्याशी को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती चुनावी जनसभाओं में बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधती नजर आ रही हैं। वहीं अखिलेश यादव भी गठबंधन धर्म निभाते हुए कांग्रेस पर दबी जुबान हमला बोलते नजर आ रहे हैं। लेकिन अब बछरावां-रायबरेली विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष राकेश त्रिवेदी का एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस लेटर में राकेश त्रिवेदी ने लिखा है कि, ”समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को अवगत कराना है कि अखिलेश यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम द्वारा अवगत कराया गया है कि अमेठी और रायबरेली में पार्टी का कोई उम्मीदवार नहीं होगा। भाजपा के विरुद्ध वोट करने के लिए परोक्ष रुप से कांग्रेस काक समर्थन करना है।”
इस पत्र में यह भी जिक्र किया गया है कि, पार्टी का कोई कार्यकर्ता किसी अन्य पार्टी में कार्य करता पाया गया तो उसे सपा से निष्काषित करने का कार्य किया जाएगा।
गठबंधन ने कांग्रेस को दी हैं दो सीटें
बता दें कि लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले मोदी के खिलाफ महागठबंधन की चर्चा जोरों पर थी। हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन हो नहीं सका। वहीं यूपी में सपा-बसपा-आरएलडी ने रायबरेली और अमेठी से उम्मीदवार नहीं अतारने की बात कही है। कांग्रेस ने भी अखिलेश, मुलायम और डिंपल समेत अजीत चौधरी और मायावती( अगर चुनाव लड़ती) के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारने का ऐलान किया है।