जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। राष्ट्रपति चुनाव अब खत्म हो गया है। द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति बन गई है। हालांकि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जमकर क्रॉस वोटिंग देखने को मिली है। अब समाजवादी पार्टी इसको लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है।
क्रॉस वोटिंग को लेकर सपा में घमासान मच गया है और इसको लेकर सपा ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट तैयार की है। जानकारी मिल रही है सपा इस रिपोर्ट के आधार पर इसपर कोई कदम उठा सकती है।
इस रिपोर्ट में पार्टी के पांच नहीं बल्कि चार विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की संभावना जताई गई है। कहा जा रहा है कि इस रिपोर्ट के आधार पर इन विधायकों पर एक्शन लिया जा सकता है।
उधर 18 जुलाई को देश के राष्ट्रपति चुनाव लिए हुई वोटिंग के दौरान एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में कांग्रेस विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की खबर के बाद अब प्रदेश में कांग्रेस के नेताओं से जवाब देते नहीं बन रहा है। इस खबर के बाद राज्य में बीजेपी उस ‘अज्ञात क्रॉस वोटर’ का आभार जता रही है, वहीं सवाल ये उठता है कि आखिर वो कौन से विधायक हैं, जिन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में वोट नहीं डाला।
कई विपक्ष के नेताओं ने खुलेआम क्रांस वोटिंग की है और द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया था । गुजरात से एनसीपी विधायक कांधल जडेजा के साथ-साथ यूपी के कई और लोगों ने क्रांस वोटिंग की थी।
बंगाल के दार्जिलिंग से भाजपा विधायक नीरज तमांग जिम्बा ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि द्रौपदी मुर्मू की जीत पक्की है, बस औपचारिकता बाकी है। महाराष्ट्र से बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा है कि हृष्ठ्र की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत तय थी।
राष्ट्रपति पद के लिए आज हुई वोटिंगमें करीब 4800 विधायक और सांसद वोटिंग में हिस्सा लिया था । यशवंत सिन्हा ने कहा था कि अगर द्रौपदी मुर्मू चुनाव जीतती हैं तो वह एक रबर स्टाम्प राष्ट्रपति साबित होंगी।