जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात होती रहती है. हम साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. गठबंधन के मुद्दे पर हम एक साथ बैठेंगे और एक साथ ही घोषणा करेंगे. उन्होंने कहा कि सीटों के मुद्दे पर इस महीने के अंत तक फैसला ले लिया जायेगा.
जयंत चौधरी ने साफ़ तौर पर कहा है कि कृषि क़ानून की वापसी के बावजूद उनकी पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी से गठबंधन कैसे किया जा सकता है जबकि योगी आदित्यनाथ की सरकार में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. महिलायें सुरक्षित नहीं हैं.
जयंत चौधरी यूपी चुनाव को लेकर काफी सतर्क हैं. वह अपने परम्परागत वोटों को एकजुट करने की लगातार कोशिश में जुटे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में वह अपने वोटों को बीजेपी की झोली में जाता हुआ देख चुके हैं इसलिए इस बार अपनी सतर्कता में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं.
जयंत चौधरी यह बात अच्छी तरह से जानते हैं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुसलमान समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच बंटे हुए हैं. दोनों पार्टियाँ साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी तो यह वोट भी साथ रहेगा. इसके अलावा किसान आन्दोलन की वजह से बड़ी संख्या में मतदाता बीजेपी से नाराज़ हैं. यह नाराज़ मतदाता भी रालोद-सपा गठबंधन के साथ ही रहेगा. हालात ऐसे हैं कि सिर्फ यही गठबंधन मतदाताओं को एक झंडे के नीचे रोक पाने में कामयाब हो सकता है.
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