जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले साल आए कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया। इस महामारी की वजह से जहां लाखों लोगों की असमय मौत हो गई तो वहीं कोरोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। गरीब और गरीब हो गए तो अमीर और अमीर।
कोरोना ने अधिकांश देशों की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाई है। लेकिन इस महामारी के बीच दक्षिण कोरिया बड़ी अर्थव्यवस्था वाला पहला एशियाई देश बन गया है जिसने कोरोना महामारी के बीच बैंक के ब्याज दर बढ़ाए है।
बैंक ऑफ कोरिया ने अपने ब्याज की आधार दर 0.5 प्रतिशत से बढ़ा कर 0.75 प्रतिशत कर दिया है। इसका उद्देश्य देश के घरेलू कर्ज और घर की कीमतों पर अंकुश लगाने में मदद करना है, जिनकी कीमत बीते कुछ महीनों में तेजी से बढ़ी है।
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दुनिया भर के केंद्रीय बैंक कोरोना संक्रमण के कारण अर्थव्यवस्था पर पडऩे वाले प्रभाव को संतुलित करने की कोशिश में जुटे हैं। यह कोशिश जारी है कि कैसे उच्च मुद्रास्फीति जैसे आर्थिक जोखिमों को संभाला जा सके।
बीते लगभग तीन सालों में ऐसा पहली बार है जब बैंक ऑफ कोरिया ने अपनी मुख्य ब्याज दर बढ़ाई है। ये फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब दक्षिण कोरिया कोविड के कारण पनपने वाले आर्थिक संकटों से निपटने की कोशिश कर रहा है।
पिछले सप्ताह श्रीलंका ब्याज दरें बढ़ाने वाला एशिया का पहला देश बना।
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