जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले कम होने के नाम नहीं ले रहे हैं। आलम तो यह है कि अब 4 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। दूसरी ओर लोगों को वक्त पर ऑक्सीजन और बेड नहीं मिल रहा है।
इस वजह से लोगों की मौत हो रही है। इसके साथ आम लोगों का गुस्सा सरकार पर बढ़ता जा रहा है तो दूसरी ओर विपक्ष भी मोदी सरकार पर हमला बोल रहा है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। सोनिया गांधी ने कोरोना को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा है कि सिस्टम नहीं मोदी सरकार का नेतृत्व फेल हुआ।
इतना ही नहीं सोनिया ने फौरन सर्वदलीय बैठक बुलाये जाने की मांग की है। सोनिया ने गांधी ने कहा कि पीएम मोदी चुनाव जीतने में मशगूल रहे, तमाम चेतावनियों को अनदेखा किया गया।
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इसके साथ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने लोगों की मदद करने की जगह अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियां त्याग दी हैं, इस साल की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहंकार से चूर होकर कोरोना के खिलाफ जंग को जीत लेने का दावा किया और उनकी पार्टी ने इसके लिए पीएम का गुणगान किया था।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद की स्टैंडिंग कमेटी की जिक्र करते हुए कहा कि इस कमेटी ने कोरोना को लेकर चिंता जताई थी लेकिन पीएम ने उसे नजरअंदाज कर दिया था।
इतना ही नहीं मोदी सरकार मोदी सरकार पूरी तरह से विफल रही है। सरकार ने सही समय वैक्सीन का आर्डर नहीं किया गया। इसके आलावा कोरोना को लेकर चेतावनियों को हमेशा नजरअंदाज किया गया है।
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सोनिया ने इस दौरान मनमोहन सिंह, राहुल गांधी द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्रों का जिक्र भी किया है। सोनिया ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि ये सभी उपयोगी पहल बहरे कानों पर गिरी हैं क्योंकि सरकार ने उन पर कोई सार्थक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सोनिया ने कहा कि यह सरकार बनाम हम की लड़ाई नहीं है, बल्कि “हम बनाम कोरोना के बीच की लड़ाई है, सोनिया ने कहा कि कांग्रेस स्थायी समितियों की बैठकों की मांग करती है। इस संकट से निपटने में सक्षम, शांत और दूरदर्शी नेतृत्व की आवश्यकता होती है।