जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस समय सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। कांग्रेस पार्टी के हालात बेहद खराब है और उसकी कई राज्यों से उसकी सत्ता जा चुकी है। इतना ही नहीं हाल में पांच राज्यों में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस कोई खास कमाल नहीं कर सकी।
पंजाब में उसकी सरकार चली गई जबकि पांच राज्यों में कांग्रेस ने पूरी तरह से बेहद कमजोर प्रदर्शन किया है। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार पर हाहाकार मचा हुआ है।
हार पर जारी मंथन में कोई बदलाव तो नहीं दिख रहा अलबत्ता सिर फुटव्वल जरूर चल रही है। कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में पांच राज्यों में मिली हार को लेकर मंथन हुआ है।
जानकारी मिल रही है कि सोनिया गांधी कोई सख्त कदम उठा सकती है। कांग्र्रेस से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तराखंड, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा ले सकती है और शायद मांग भी लिया गया है। पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और यूपी के अजय कुमार लल्लू को इस्तीफा देना पड़ सकता है।
हालांकि इस पर अभी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। कांग्रेस के मुताबिक इन प्रदेश अध्यक्षों के इस्तीफे के बाद इन राज्यों में संगठन का दोबारा से गठन किया जाएगा और नए लोगों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
पिछले साल असम, केरल, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है। ऐसे में अब कांग्रेस की कोशिश है कि नये तरीके से जमीनी स्तर पर कांग्रेस को मजबूत किया जाये।
इसके साथ जमीनी स्तर पर संगठन को फिर बनाया जायेगा। आम चुनाव में भी ज्यादा वक्त नहीं है। इस वजह से सोनिया गांधी अब चाहती है कि नये सिरे से पार्टी को फिर खड़ा किया जाये। आने वाले समय में अन्य राज्यों में चुनाव होना है।