न्यूज़ डेस्क
कांग्रेस पार्टी में चल रही अध्यक्ष पद उठापटक अब ख़त्म होती नजर आ रही है। एक बार फिर कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष गांधी परिवार से ही हो सकता है। शनिवार को हुई CWC की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने एक बार फिर सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बना दिया गया। दरअसल लोकसभा चुनाव 2019 हारने के बाद राहुल गांधी ने हार जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया था जो की शनिवार को हुई बैठक में मंजूर कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पांच ग्रुप बनाकर सभी राज्यों से राय मांगी गयी। इसमें सभी ने राहुल को ही अध्यक्ष पद पर बने रहने पर सहमति जताई। लेकिन राहुल गाँधी ने इस फैसले को नहीं स्वीकारा। वहीं, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि CWC की बैठक में सबकी सहमति से तीन प्रस्ताव पारित हुए हैं। इसमें पहले प्रस्ताव में राहुल गांधी के नेतृत्व की तारीफ की गई।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भय और हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठाई। जबकि दूसरे प्रस्ताव में राहुल गांधी को बतौर पार्टी प्रमुख चुना लेकिन राहुल ने यह आग्रह ठुकरा दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यसमिति ने पार्टी के नए पूर्णकालिक अध्यक्ष चुने जाने तक सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुना। इसके साथ ही जल्द ही एआईसीसी का चुनाव करानेकी बात हुई जिसमें पार्टी का स्थाई अध्यक्ष मिल सके। लेकिन तब तक सोनिया गांधी ही पार्टी की कमान संभालेंगीं।
इससे पहले, पार्टी नेताओं की आपसी परामर्श बैठकों में यह राय बनी थी कि राहुल गांधी को अभी पार्टी का नेतृत्व करते रहना चाहिए, हालांकि गांधी ने सीडब्ल्यूसी की सुबह की बैठक में पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार नहीं करेंगे।
बता दें इससे पहले सोनिया गांधी साल 1997 से लेकर 2017 तक पार्टी के अध्यक्ष पद पर रह चुकी हैं। पार्टी अध्यक्ष बने रहने से राहुल गांधी के साफ मना करने के बाद सीडब्ल्यूसी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। उसके बाद सीडब्ल्यूसी ने सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया।