न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। यूपी के गोरखपुर में एक दवा कारोबारी सईद अहमद की गोली मार हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए कई टीमें लगई थी। पुलिस ने मृतक दवा कारोबारी के बेटे अनस अहमद को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस का दावा है कि बेटे ने ही प्रॉपर्टी के विवाद में अपने पिता की उनकी ही लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर हत्या की दी। इतना ही नहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्यारोपी बेटे ने अपने पिता की हत्या को आत्महत्या देने की साजिश भी रची थी।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक कारोबारी के शरीर में तीन गोली लगने की पुष्टि होने पर पुलिस भी पाशोपेश में पड़ गयी थी। क्योंकि एक साथ तीन गोली मारकर आत्महत्या करने की थ्योरी पुलिस के गले की नीचे नहीं उतर रहा था।
दूसरी तरफ मृतक दवा कारोबारी के इकलौते बेटे अनस की हरकत भी संदेह के घेरे में थी। ऐसे में हैंडवॉश रिपोर्ट आने और साक्ष्यों के आधार पर दवा कारोबारी की बेटे अनस को गिरफ्तार किया गया है। सीओ कोतवाली वी.पी. सिंह का दावा है कि प्रॉपर्टी के विवाद को लेकर अनस अहमद ने ही गोली मारकर अपने पिता की हत्या की थी।
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वारदात के बाद खुद को पुलिस से बचाने को लेकर उसने अपने पिता के हाथ में रिवाल्वर थमा दिया था। वहीं हैंडवॉश रिपोर्ट में मृतक दवा कारोबारी सईद अहमद के हाथ से गोली के नहीं चलने की बात सामने आई साथ ही मृतक के हाथ से बारूद की गंथ नहीं मिली है।
सीओ की माने तो ऐसे में साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने जब कड़ाई से कारोबारी के बेटे अनस से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूला कर लिया है। पुलिस उसे गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई कर उसे जेल भेज दिया।
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ऐसे पुलिस ने आत्महत्या की गुत्थी सुलझाई
अक्सर आत्महत्या के ऐसे मामले में यह जांच काफी महत्वपूर्ण हो जाती है। क्योंकि रिपोर्ट में हाथ से असलहा चलाया गया की नहीं उसका पता चलता है। साथ ही असलहा चलाने वाले के हाथ में बारूद के कण अवश्य मिलता।
ऐसे में रिपोर्ट में मृतक सईद द्वारा असलहा नहीं चलाये जाने की पुष्टि के बाद मौत हत्या में तब्दील हो गयी और पुलिस मौत की गुत्थी सुलझाने में कामयाब हो गयी।