न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में अब स्कूल के शिक्षक पढ़ाने के दौरान सोशल मीडिया पर सक्रिय पाये गए तो उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
उत्तर प्रदेश की बुनियादी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल ने चार जुलाई को प्रदेश भर के शिक्षकों को यह चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षक पढ़ाते समय सोशल मीडिया से दूरी बनाए।
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उन्होंने कहा कि शिक्षक सोशल मीडिया पर कब ऑनलाइन हैं और कब ऑफलाइन, यह छिपा नहीं रह सकता। प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि स्कूल में पढ़ाई के समय औचक निरीक्षण किया जायेगा। उस दौरान अगर कोई शिक्षक सोशल मीडिया पर सक्रिय मिला तो उसे नौकरी से निकालने के लिए यह काफी होगा।
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शिक्षा राज्य मंत्री के मुताबिक उनकी सरकार गुणवत्तापूर्ण बुनियादी शिक्षा देने के लिए लगातार प्रयासरत है।
मंत्री अनुपमा जायसवाल ने शिक्षक संघों के नेताओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कई लोगों का हवाला देते हुए कहा कि शिक्षक नेता सिर्फ नेतागिरी करते हैं, कभी स्कूल पढ़ाने नहीं जाते। मंत्री ने कहा कि इस नकारात्मक सोच को समाप्त करने के लिए उन्होंने लखनऊ में शिक्षक संघों के नेताओं को बुलाया था।