स्पेशल डेस्क
लखनऊ। हाल के दिनों में यूपी पुलिस के कामकाज को लेकर कई तरह के सवाल उठते रहे हैं। दरअसल सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर यूपी पुलिस को घेरा जाता है लेकिन कुछ मामलों में पुलिस के कुछ अच्छे काम भी समय-समय पर सामने आते रहते हैं। इतना ही नहीं कभी-कभी यूपी पुलिस की मदद से किसी को नई जिंदगी भी मिल जाती है।
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इसका ताजा उदाहरण तब देखने को मिला जब लखनऊ पुलिस मित्र पुलिस बनकर सामने आई। करीब कई महीनों से गुमनाम गर्भवती महिला को सकुशल उसके अपने घर भेजा गया। पूरा मामला मुरादाबाद का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक करीब जुलाई माह से एक महिला वहां से गायब थी और लखनऊ में जाकर मिली।
दरअसल 19 जुलाई 2019 को लखनऊ के खुर्रम नगर के पास मस्जिद के करीब एक गर्भवती महिला बेहद बुरी स्थिति में इंदिरा नगर थाना क्षेत्र के इंस्पेक्टर सुशील कुमार कुशवाहा को मिली तो उन्होंने फौरन उसे मदद देते हुए नियमानुसार अपर नगर मजिस्ट्रेट-7 के पास पेश किया और गुजारिश की इस महिला को फौरन किसी सुरक्षित स्थान भेजा जाये। इसके बाद अपर नगर मजिस्ट्रेट ने आदेश दिया कि इस महिला को किसी मर्सी होम में रखा जाये। इसके बाद पुलिस ने इस महिला को मर्सी होम भेज दिया।
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महिला का उस मर्सी होम में इलाज हुआ। डॉक्टरों की मानें तो इस महिला को अपने बारे में कुछ भी नहीं पता था। इतना ही नहीं उसे अपना नाम तक नहीं पता था लेकिन इलाज के बाद धीरे-धीरे उसकी मानसिक स्थिति ठीक होने लगी। डॉक्टरों की कोशिश आखिरकार दो जनवरी 2020 को रंग लाई और इस महिला की याद्दाश्त ठीक हो गई और उसने अपने पूरे परिवार की जानकारी दे डाली।
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उस महिला ने बताया कि उसका नाम किरण और उसके पिता का नाम बंसी है जबकि उसके पति का नाम बलजीत सिंह और वह मुरादाबाद के खानपुर गांव की रहने वाली है। इतना ही नहीं उसने अपने तहसील का नाम बताते हुए कहा कि ठाकुर द्वार से यहां आई थी। इसके बाद यूपी रोइंग असोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा की मदद से इस महिला को उसके घर भेजा जा सका।
बता दें कि यूपी रोइंग असोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा पुलिस में भी अपनी सेवाये दे चुके हैं। इस बारे में सुधीर शर्मा ने जुबिली पोस्ट को बताया कि मर्सी होम में वह किसी काम से गए थे तभी इस बारे में उनको जानकारी दी गई। इसके बाद उन्होंने देर किये बगैर मुरदाबाद के ठाकुरद्वार तहसील के एसएचओ को फोन किया और फिर पूरी जानकारी उन्हें दी।
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मुरदाबाद के ठाकुरद्वार तहसील के एसएचओ सतेंद्र पवार ने पूरा ब्यौर लेकर जांच की और परिवार की फोन से बातचीत करायी। किरण देवी के पिता को जब उनकी बेटी की तस्वीर दिखायी गई तो उन्होंने पहले तो इनकार किया लेकिन बाद में जब उनकी फोन से बात हुई तो उन्होंने अपनी बेटी को पहचान लिया।
इसके बाद पुलिस की मदद से उसे अपने घर पहुंचा दिया गया है। इस अवसर पर सुधीर शर्मा के आलावा मर्सी होम की बिंती पाल, ओमना के आलावा अरुण कुमार सिंह, अंजू शर्मा, सुमित मिश्रा आसित दुबे आदि मौजूद थे।