जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर तक दिल्ली बार्डर पर आन्दोलन करने के बाद अपने घरों को वापस लौट गए किसानों के बारे में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान चार महीने की छुट्टी पर गए हैं. इन चार महीनों में अगर किसानों की मांगें नहीं मानी गईं तो किसानों का आन्दोलन फिर से खड़ा हो जायेगा.
जयपुर में आयोजित पांचवें सूरजमल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में शिरकत करने पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आन्दोलन अभी खत्म नहीं हुआ है. न किसान कहीं गए और न सरकार कहीं गई है. उन्होंने कहा कि किसानों ने तो आन्दोलन के लिए तेरह महीने की ट्रेनिंग ली है. टिकैत ने साफ़ किया कि संयुक्त किसान मोर्चा कोई चुनाव नहीं लड़ने जा रहा है.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि 15 जनवरी को किसान अपनी बैठक करने जा रहे हैं. सरकार के आश्वासन पर किसानों ने अपना आन्दोलन स्थगित किया है लेकिन चार महीने में मांगें नहीं मानी गईं तो किसान अपने आन्दोलन को कंटीन्यू कर देगा. सरकार ने अभी तो सिर्फ तीन कृषि कानूनों को वापस लिया है. हमारी पुरानी मांगों पर तो कुछ किया ही नहीं है.
राकेश टिकैत ने कहा कि किसी भी आन्दोलन को खत्म नहीं किया जा सकता. यह तो बीज की तरह से है. कोई लाख कोशिश कर ले बीज थोड़े ही खत्म हो जाता है. बीज खत्म हो जाए तो फसल पैदा होना बंद हो जायेगी.
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