जुबिली न्यूज डेस्क
पुदुचेरी में कांग्रेस सरकार संकट में है। विधानसभा में आज मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा।
उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने आज शाम पांच बजे तक नारायणसामी सरकार को सदन में बहुमत सिद्ध करने का निर्देश दिया है।
संकट में घिरी नारायणसामी सरकार को विश्वास मत से एक दिन पहले यानी रविवार को एक और झटका लगा। दरअसल सत्ताधारी कांग्रेस-डीएमके गठबंधन के दो और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस विधायक के लक्ष्मीनारायण और डीएमके विधायक वेंकटेशन के इस्तीफा देने की वजह से विधान सभा में सत्ताधारी गठबंधन का संख्याबल और कम होकर 11 हो गया है, जबकि विपक्ष के पास 14 विधायक हैं।
33 सदस्यों वाली विधानसभा में अभी कुल 28 सदस्य हैं। इनमें 3 मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं।
लक्ष्मीनारायण और वेंकटेशन ने बताया कि इन दोनों ने अपना इस्तीफा विधान सभा स्पीकर वी पी शिवकोलंधु के घर अलग-अलग जाकर सौंपा है।
पत्रकारों से बातचीत में लक्ष्मीनारायण ने कहा, “वी. नारायणसामी के नेतृत्व वाली इस सरकार ने बहुमत खो दिया है।”
उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
हालांकि बाद में वेंकटेशन ने मीडिया से कहा कि उन्होंने सिर्फ विधायक का पद छोड़ा है और वो डीएमके पार्टी में बने रहेंगे।
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उन्होंने कहा, “मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा था क्योंकि विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास निधि के तहत धन का आवंटन नहीं हुआ।”
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वहीं पूर्व मंत्री ए नमस्सिवम (अब बीजेपी में) और मल्लादी कृष्णा राव समेत कांग्रेस के चार विधायकों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था, जबकि पार्टी के एक अन्य विधायक को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित कर दिया गया था।
नारायणसामी के विश्वासपात्र ए जॉन कुमार ने इसी सप्ताह इस्तीफा दिया था।
तेलंगाना के राज्यपाल डॉक्टर तमिलिसाई सुंदरराजन को पुदुचेरी के उप-राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है जिसके बाद उन्होंने गुरुवार को नारायणसामी को 22 फरवरी को फ्लोर टेस्ट में अपना बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था।
फिलहाल दो विधायकों के इस्तीफा देने के बाद से वी. नारायणसामी की मुश्किलें बढ़ गई है।
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