न्यूज डेस्क
लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी खतरे में है। पार्टी में टूट का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसी कई खबरें पिछले कुछ दिनों से लगातार मीडिया में हैं। दरअसल ऐसी खबरें यूं ही नहीं लिखी जा रही है। इसकी ठोस वजह भी है। पार्टी के भीतर मची अंदरूनी उठापठक और लालू यादव के बच्चों की पार्टी की महत्वपूर्ण बैठकों से दूरी ऐसी खबरों को जन्म दे रही है।
लालू यादव की पार्टी आरजेडी में चल रहा अंदरूनी उठापटक 16 अगस्त को फिर एक बार सामने आ गया। यहां पार्टी की एक अहम बैठक थी जिसमें एक बार फिर लालू यादव के छोटे बेटे और सूबे के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नदारद रहे।
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से लालू यादव के छोटे बेटे और लालू की विरासत के उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव मीडिया, पार्टी व सार्वजनिक मचों से दूरी बनाए हुए हैं। लोकसभा चुनाव खत्म होने के डेढ माह बाद तेजस्वी मीडिया के सामने आए और फिर गायब हो गए। उन्होंने दूरी बनाने की कुछ वजह भी गिना दी। पार्टी के भीतर भी तेजस्वी के व्यवहार को लेकर वरिष्ठï नेताओं में नाराजगी है।
इतना ही नहीं पार्टी के अहम कार्यक्रमों से बार-बार तेजस्वी के दूर रहने पर अब सियासी गलियारों में भी तरह- तरह की अटकलें लगाई जा रही है।
16 अगस्त को आरजेडी की अहम बैठक थी जिसमें तेजस्वी के साथ लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप और बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती भी शामिल नहीं हुईं। उधर, दोनों बेटों में मतभेद की अटकलों के बीच इस समय लालू यादव की पत्नी और सूबे की पूर्व सीएम राबड़ी देवी खुद पार्टी की कमान संभाले हुए हैं। इस अहम बैठक की अध्यक्षता भी उन्हें खुद करनी पड़ी।
पार्टी में टूट के आसार
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव में आरजेडी के खराब प्रदर्शन के बाद ऐसी अटकलें हैं कि कई नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से जुडऩे की योजना बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि 16 अगस्त की यह अहम बैठक उन्हीं अटकलों की पृष्ठभूमि में हुई। ऐसे में पार्टी के सबसे अहम नेता का ही इस बैठक में शामिल नहीं होना कई तरह के सवाल खड़े करता है।
वहीं इस बैठक में पार्टी के सभी विधायकों, विधान पार्षदों के अलावा राज्यसभा सदस्यों और शीर्ष पदाधिकारियों को शामिल होना था, लेकिन राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों के करीब आधे सदस्य इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
सदस्यता अभियान से भी नदारद रहे थे तेजस्वी
गौरतलब है कि इससे पहले आरजेडी के सदस्यता अभियान जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भी तेजस्वी यादव नहीं शामिल हुए थे। इसे लेकर पार्टी के कई नेताओं ने असंतुष्टि जाहिर की थी। इसके अलावा पार्टी के स्थापना दिवस से भी तेजस्वी यादव नदारद रहे थे। हालांकि उनके बड़े भाई और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव इसमें शामिल हुए थे।
दोनों भाइयों के बीच तल्खी जारी
लालू प्रसाद यादव के परिवार में सबकुछ ठीक नहीं है। लोकसभा चुनाव में उसकी बानगी लोगों को दिखाी थी। किस तरह दोनों भाई कई मौको पर एक-दूसरे के प्रति तल्खी जाहिर किए थे। अब एक बार फिर बैठक में दोनों के शामिल न होने की वजह से एक बार फिर अटकलें शुरू हो गई हैं।