न्यूज डेस्क
अगस्त माह से जम्मू-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाया हुआ है। कई देशों ने इस मामले में मध्यस्थता करने की इच्छा जतायी तो कई मुल्कों के राष्ट्राध्यक्षों ने दोनों देशों को बातचीत कर मामले को सुलझाने का सुझाव दिया। फिलहाल इस मामले में अमेरिका ने अपनी इच्छा जाहिर की है और भारत से कहा है कि भारत कश्मीर में तेजी से प्रतिबंधों में छूट दे।
जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने और धारा 370 निष्प्रभावी किए जाने के बाद से पाकिस्तान ने इसे यूएन से लेकर दुनिया के कई मुल्कों के समक्ष इसे मुद्दा बनाकर रखा। हालांकि पाक पीएम इमरान खान को इसमें सफलता नहीं मिली, हां सुझाव जरूर मिला। पिछले दिनों भारतीय प्रधानमंत्री और पाक प्रधानमंत्री अमेरिका में थे और एक बार फिर ट्रंप के सामने यह मुद्दा उठा।
मीडिया के सामने ट्रंप ने भी दोनों देशों को बातचीत से मामले को सुलझाने का रास्ता बताया था। फिलहाल अब खबर है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत और पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद उन्होंने भारत से कहा है कि कश्मीर प्रतिबंध खत्म हों और हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया जाए।
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अमेरिका के विदेश मंत्रालय में दक्षिण एशियाई मामलों की एक शीर्ष अधिकारी एलिस वेल्स ने कहा, ‘हम तेजी से कदम उठाए जाने की उम्मीद करते हैं। प्रतिबंध समाप्त किए जाएं और हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया जाए।’
उनका यह भी कहना था कि जम्मू-कश्मीर में नेताओं और कारोबारियों को हिरासत में लिए जाने और आम लोगों पर प्रतिबंध लगाए जाने से अमेरिका चिंतित है।
एलिस वेल्स ने कहा कि अगर दोनों पक्ष डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता करने को कहते हैं तो वे इसके इच्छुक हैं। हालांकि उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि भारत किसी भी तरह की मध्यस्थता की पेशकश को खारिज करता आया है।
गौरतलब है कि 22 सितंबर को ह्यूस्टन में आयोजित ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिरकत की थी और 50,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित किया था। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की थी।
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