न्यूज डेस्क
मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर सुप्रीम कोर्ट से लेकर बुद्धिजीवी सभी चिंतिंत हैं। सुप्रीम कोर्ट ने तो शनिवार को केन्द्र सरकार और राज्यों को दिशा-निर्देश लागू न करने पर नोटिस भी जारी किया।
इसी कड़ी में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आजकल भीड़-हिंसा के नाम पर हिंदू धर्म और संस्कृति को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत रविवार को उत्तर प्रदेश के मथुरा में आयोजित संघ की अखिल भारतीय सामाजिक सद्भाव समिति की बैठक में यह बातें कहीं।
भागवत ने कहा कि देशभर में हिंदू धर्म एवं संस्कृति को बदनाम करने की गहरी साजिश रची जा रही है। कहीं भीड़-हिंसा के नाम पर सियासत करके समाज में घृणा फैलाने का काम हो रहा है तो कहीं गाय के नाम पर।
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प्रचारकों को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि ‘कुछ राज्यों में एक योजना के तहत धर्म परिवर्तन भी कराया जा रहा है। देश में आज जो भी हालात हैं, उन्हें देखते हुए सभी प्रचारकों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है।’
भागवत ने आगे कहा कि हिंदू धर्म की रक्षा के लिए भिन्न-भिन्न धर्म-संप्रदायों और उपासना पद्धतियों के लोगों को साथ बैठने की आवश्यकता है। इन लोगों को समाज में जाति एवं वर्गों के बीच पनप रहे भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास करना चाहिए। जब ऐसा होगा तो निश्चित रूप से सामाजिक स्तर पर कई समस्याएं हल हो जाएंगी।